प्रिया खन्ना जी की इकलौती बेटी है। जो अनुभव से प्यार करती है, अनुभव एक गरीब परिवार से है और एक छोटी सी
नौकरी करता है। जब खन्ना जी को इस बात का पता चला तो
वो प्रिया से पूछते है , अनुभव कौन है? प्रिया मै अनुभव से प्यार करती हूँ , और वो भी मुझसे प्यार करता है ......खन्ना जी उसकी हैसियत क्या है? हमारे सामने ? मै जहा चाहूंगा वही तुम्हारी शादी करूँगा। खन्ना जी देर ना करते हुए प्रिया की शादी बड़े घर मे कर देते है।जिससे प्रिया की शादी हुई वो बहुत ही नीच प्रवृत्ति का है,और नशेड़ी भी वो आए दिन प्रिया के साथ मारपीट करता है ।जब ये बात खन्ना जी को पता चली तो उन पर मानो दुखो का पहाड़ टूट पड़ा जिस प्रिया को उन्होंने इतने नाजो से पाला वो इतने दुख भोग रही है। प्रिया के ससुराल वाले दहेज के लिए आए दिन प्रताडि़त करते है।
अनुज नशे मे धुत्त होकर गाड़ी चला रहा होता है कि अचानक उसकी गाड़ी का ऐक्सिडेंट हो जाता है।अनुज की मौके पर ही मौत हो जाती है।प्रिया के ससुराल वाले उसे घर से निकाल देते है, और वो अपने पापा के घर आ जाती है।खन्ना जी को अपनी बेटी की हालत देखी नही जाती है और वो अपनी बेटी से बार-बार इस बात के लिए माफी मांगते है।प्रिया अपने पापा को समझाते हुए कहती है कि आप तो मुझे अच्छा देना
चाहते थे पर मेरी किस्मत ही खराब थी ....इसमे आप की क्या गलती है। प्रिया के पापा उसे कालेज ज्वॉइन करने के लिए समझाते है पर प्रिया मना कर देती है।जब वो बहुत अधिक दबाव डालते हुए कसम देते हुए कहते है कि बेटा ऐसा कब तक चलेगा तुम्हे अपनी जिंदगी के बारे मे नए सिरे से सोचने की जरूरत है और कल से तुम कालेज ज्वॉइन कर रही हो। प्रिया अगले दिन अपने पापा के कहने से काॅलेज चली जाती है।कुछ दिन बाद प्रिया की मुलाकात अनुभव से होती है और वो उसे देखकर अनदेखा कर देती है।वहा से चली जाती है। ऐसे ही कुछ दिनो तक चलता रहता है।अनुभव एक दिन पूछ ही लेता है।कि तुम अपनी शादीशुदा जिंदगी मे खुश तो हो ना प्रिया हाँ मै बहुत खुश हू और तुम बताओ अपनी पत्नी के बारे मे क्या नाम है उसका कितने बच्चे है।
अनुभव हँसने लगता है और कहता है जिससे प्यार किया उसने छोड़ दिया किसी और से मैंने शादी की नही तो बच्चे कहा से होते....
प्रिया तुम खुश हो तुम्हे देखकर मै बहुत खुश हू।प्रिया कुछ बोले बिना ही चली जाती है। अनुभव सलोनी ( प्रिया की सहेली ) से उसके बिन बोले चले जाने का कारण पूछता है।
सलोनी प्रिया के जीवन की घटित हर घटना को बताती है।
अनुभव ये सब सुन हक्का-बक्का रह जाता है। अनुभव बिना सोचे समझे प्रिया के घर पर पहुंच जाता है।प्रिया उसे देखकर चौक जाती है।प्रिया के पापा ये कौन है? प्रिया ये अनुभव है।
प्रिया के पापा आओ बेटा बैठो प्रिया जाओ और अनुभव के लिए चाय नाश्ता का प्रबंध करो।अनुभव प्रिया के बारे मे सुना तो खुद को रोक नही पाया उसकी सहेली से पता चला ।
प्रिया के पापा अनुभव से माफी मांगने लगते है कि तुम दोनो को मैंने ही उजाड़ा है, मेरी गलती की बजह से प्रिया को ये सब देखना पड़ा और रोने लगते है अनुभव अंकल जी सभालो खुद को अगर प्रिया ने देख लिया तो उसे बुरा लगेगा
खन्ना जी बिना देर किए अनुभव से प्रिया के बारे मे बात करते है, देखो बेटा मना मत करना तुम दोनो को मैने अलग किया है और मै ही एक करना चाहता हू।प्रिया चाय नाश्ता लेकर आ जाती है।प्रिया अनुभव का हाथ पकड़ कर एक दूसरे के हाथो मे पकड़ा देते है । तुम्हारी सच्ची मोहब्बत को मै समझ नही पाया पैसो की चकाचौंध से अन्धा जो था.......
तुम दोनो को एक करके मै अपना फर्ज पूरा करना चाहता हू।
अनुभव प्रिया एक हो जाते है , और खन्ना जी अपनी बेटी के जीवन मे खुशिया भरकर बहुत खुश है ।