परिवार और प्रेम के बिखराव को देखते हुए हमें इस गीत से कुछ सीख लेनी चाहिए जिसमें कहा जाता है-
"मंजिलें अपनी जगह हैं,रास्ते अपनी जगह "अगर रास्तों को आप सिर्फ अपने घर तक में सिमटना चाहते हैं तो आपके घर कोई नहीं आएगा क्योंकि आने वाले को ये भी डर रहेगा कि कहीं वो हमें भी ना अपने तक में हमें भी सिमट ले।ऐसा विचार हमें निश्चितता से अनिश्चितता की ओर ले जाता है और हम नकारात्मक की ओर अग्रसर हो जाते हैं।"ईमानदारी एक अच्छी नीति है "ये बात तो आपने अंग्रेजी में सुना होगा किंतु अंग्रेजों को ये नहीं पता कि नीति से नियत नहीं बदली जाति बल्कि स्वभाव ही नियति को बदल सकता है और ईमानदारी में उदारवादी की भी नीति होती है जो व्यक्ति के निजी स्वभाव पर निर्भर करता है।अन्यथा व्यक्ति ईमानदारी की नीति तो अपना सकता है किंतु उदारवादी की नीति वो दूसरों के लिए नहीं अपना सकता।