डॉली की फ़िल्टर कॉफी पूरे अपार्टमेंट में मशहूर थी। उसका मित्र डेविड तो रोज शाम को फ़िल्टर कॉफी के बहाने मिलने आता था। डॉली को भी उससे मिलना अच्छा लगता था। आखिर वह इकलौता शक्स था जो हमेशा डॉली की तारीफ करता था। बाकी तो उसके फ़िल्टर कॉफी की ही तारीफ करते थे।एक दिन डेविड का ट्रांसफर मुम्बई हो गया जहां जाने के लिए वह वर्षों से प्रतीक्षा कर रहा था। उस शाम डेविड ने कॉफी पीते समय डॉली से कहा - मुम्बई में मैं तुम्हारी फ़िल्टर कॉफी को बहुत मिस करूंगा। डॉली ने मुस्कराकर कहा- और मै अपनी दोस्त को।