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शिक्षक कौन?

5 सितम्बर 2022

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मंटू बाबू अपनी कक्षा में पढ़ाते हुए बोल गए कि शिक्षक समाज का निर्माता होता है। एक लड़की शिवानी ने सलीनता के साथ उनसे प्रश्न किया - सर क्या शिक्षक ही समाज का निर्माण करते है, शिक्षिका नहीं? मंटू बाबू ने बात सम्हालते हुए कहा - यहां शिक्षक से अभिप्राय शिक्षक और शिक्षिका दोनो से है।हमारे देश में कई विदुषी हुईं हैं जैसे सावित्रीबाई फुले, आशिमा चटर्जी, विमला कौल जिनका समाज निर्माण में प्रत्यक्ष रूप से बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने फिर मुस्कराकर कहा - मेरे ख्याल से शिक्षक शब्द भी जेंडर न्यूट्रल होना चाहिए - जैसे 'राष्ट्रपति' है। महिला हो या पुरुष राष्ट्रपति ही कहते है। शिवानी ने पूछा - सर हमारी पहली टीचर तो हमारी मां होती है।स्कूल जाने से पहले बहुत कुछ सिखा चुकी होती है।फिर क्या हमारी मां शिक्षक की श्रेणी में आएगी। मंटू बाबू ने कहा - आप उन्हें अपना शिक्षक मान सकते हैं। शिक्षा तो जीवन भर चलने वाली प्रक्रिया है जो व्यक्ति के जन्म से मृत्यु तक निरन्तर चलती है। इस दौरान बहुत से लोगो से आप काफीकुछ सीखते हैं। अब ये आप पर है कि आप किस - किस को अपना शिक्षक माने। सामान्यत: जब हम शिक्षक शब्द का प्रयोग करते हैं तो अभिप्राय शैक्षिक संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों से होता है।  शिवानी ने अगला प्रश्न दागा - जो टीचर पढ़ाते नहीं, मार्क्स देने में भेदभाव करते हैं तो क्या आप उन्हें भी समाज का निर्माता कहेंगे? मंटू बाबू बोले - बिलकुल कहेंगे क्योंकि यदि आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हुआ है तो आप दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करेंगे इस बात की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में निश्चित रूप से अच्छे समाज का निर्माण नहीं होगा। जैसे ही शिवनी अगला प्रश्न करने के लिए खड़ी हुई, मंटू बाबू बोले- अब विषय से न भटकाव सिलेबस पूरा नही हो पाएगा।

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रचनाएँ
लघु कथा
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इस पुस्तक में लघु कथाओं का संग्रह है I
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सोशल मीडिया

6 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू माधोपुर से मेरठ जा रहे थे। ट्रेन में सामने की बर्थ पर एक बुजुर्ग महिला और उसके साथ एक टीनेजर बच्ची सफर कर रही थी। बच्ची अपने मोबाइल में व्यस्त थी। दरअसल जब से सोशल मीडिया आया है किसी के पास

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5 सितम्बर 2022
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भेलपुरी

2 सितम्बर 2022
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            रोजाना की तरह आज भी शाम को मंटू  बाबू अपनी बेटी वैष्णवी के साथ गली में टहल रहे थे I गली के नुक्कड़ पर भेलपुरी वाला रोज़ाना की तरह आज भी खड़ा था I बेटी का मन भेलपुरी खाने का था I सो मंटू बाबू

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फ़िल्टर कॉफी

4 सितम्बर 2022
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डॉली की फ़िल्टर कॉफी पूरे अपार्टमेंट में मशहूर थी। उसका मित्र डेविड तो रोज शाम को फ़िल्टर कॉफी के बहाने मिलने आता था। डॉली को भी उससे मिलना अच्छा लगता था। आखिर वह इकलौता शक्स था जो हमेशा डॉली की तारीफ

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आधी हकीक़त आधा फ़साना

7 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू रोजाना की तरह  आज भी अपने अपार्टमेंट  के सामने पार्क में शाम के वक़्त टहल रहे थे I पार्क में खेलते बच्चों  को देख आज अनायास ही उन्हें अपने बचपन के दिन याद आ गए I चेहरे पर एक गज़ब  की रौनक आ गय

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अन्धविश्वास

18 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू की पत्नी एक बड़ा   पॉलिथीन का  बैग उन्हें थमा कर बोली- " आज ऑफिस से आते समय गंगा जी में इसे  प्रवाहित करके आना I पिछले नवरात्र  का पड़ा है I"  मंटू बाबू ने बैग के अंदर नजर डाली तो पूजा पर चढ़ाय

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