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अन्धविश्वास

18 सितम्बर 2022

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मंटू बाबू की पत्नी एक बड़ा   पॉलिथीन का  बैग उन्हें थमा कर बोली- " आज ऑफिस से आते समय गंगा जी में इसे  प्रवाहित करके आना I पिछले नवरात्र  का पड़ा है I"  मंटू बाबू ने बैग के अंदर नजर डाली तो पूजा पर चढ़ायी गयी सामग्री के साथ साथ पॉलिथीन की कई पन्नियां भी थी I उन्होंने पत्नी से कहा- " फूल पत्ती तो ठीक है लेकिन इन पन्नियों  को गंगा जी में क्यों प्रवाहित करना है ?" पत्नी बोली- ' दरअसल इसमें पूजा के फल आये थे और पंडित जी ने बोले था जो भी चीज पूजा के कमरे में आयी है उसे कूड़े में नहीं फेकना I " मंटू बाबू समझ गए कि किसी अनिस्ट की आशंका से  सभी चीजे गंगा में प्रवाहित करने का निर्णय लिया गया हैI अतः वे चुप रहेI किन्तु गंगा में उन्होंने केवल फूल - पत्तियां  और मिट्टी के दीये ही प्रवाहित किए I इस घटना को हुए एक वर्ष से अधिक बीत चुके हैं I उनके घर आज तक कोई अनिस्ट घटना नही हुयी, शायद  इसलिए कि आज तक उनके घर में किसी को ये मालूम नहीं कि मंटू बाबू ने पूजा के उस बैग में से  कुछ चीजें ही गंगा में प्रवाहित की थी बाकी को कूड़े दान में डाल आये थे I                                                                                        ,                                                                                                                                      

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रचनाएँ
लघु कथा
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इस पुस्तक में लघु कथाओं का संग्रह है I
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सोशल मीडिया

6 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू माधोपुर से मेरठ जा रहे थे। ट्रेन में सामने की बर्थ पर एक बुजुर्ग महिला और उसके साथ एक टीनेजर बच्ची सफर कर रही थी। बच्ची अपने मोबाइल में व्यस्त थी। दरअसल जब से सोशल मीडिया आया है किसी के पास

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शिक्षक कौन?

5 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू अपनी कक्षा में पढ़ाते हुए बोल गए कि शिक्षक समाज का निर्माता होता है। एक लड़की शिवानी ने सलीनता के साथ उनसे प्रश्न किया - सर क्या शिक्षक ही समाज का निर्माण करते है, शिक्षिका नहीं? मंटू बाबू न

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भेलपुरी

2 सितम्बर 2022
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            रोजाना की तरह आज भी शाम को मंटू  बाबू अपनी बेटी वैष्णवी के साथ गली में टहल रहे थे I गली के नुक्कड़ पर भेलपुरी वाला रोज़ाना की तरह आज भी खड़ा था I बेटी का मन भेलपुरी खाने का था I सो मंटू बाबू

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फ़िल्टर कॉफी

4 सितम्बर 2022
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डॉली की फ़िल्टर कॉफी पूरे अपार्टमेंट में मशहूर थी। उसका मित्र डेविड तो रोज शाम को फ़िल्टर कॉफी के बहाने मिलने आता था। डॉली को भी उससे मिलना अच्छा लगता था। आखिर वह इकलौता शक्स था जो हमेशा डॉली की तारीफ

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आधी हकीक़त आधा फ़साना

7 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू रोजाना की तरह  आज भी अपने अपार्टमेंट  के सामने पार्क में शाम के वक़्त टहल रहे थे I पार्क में खेलते बच्चों  को देख आज अनायास ही उन्हें अपने बचपन के दिन याद आ गए I चेहरे पर एक गज़ब  की रौनक आ गय

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अन्धविश्वास

18 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू की पत्नी एक बड़ा   पॉलिथीन का  बैग उन्हें थमा कर बोली- " आज ऑफिस से आते समय गंगा जी में इसे  प्रवाहित करके आना I पिछले नवरात्र  का पड़ा है I"  मंटू बाबू ने बैग के अंदर नजर डाली तो पूजा पर चढ़ाय

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