रोजाना की तरह आज भी शाम को मंटू बाबू अपनी बेटी वैष्णवी के साथ गली में टहल रहे थे I गली के नुक्कड़ पर भेलपुरी वाला रोज़ाना की तरह आज भी खड़ा था I बेटी का मन भेलपुरी खाने का था I सो मंटू बाबू भेलपुरी के ठेले पर पहुंच गए I अभी वो अपना आर्डर देते इतने में एक आदमी अपने झोले से स्टील की प्लेट निकल कर भेलपुरी वाले से बोला- यार मुझे तुम मेरी प्लेट में देनाI सभी सोच रहे थे - अजीब पागल आदमी है I भला कोई ऐसे अपनी प्लेट ले कर चलता है क्या? वैष्णवी से रहा न गया और वह पूछ ही बैठी- अंकल आप हमेशा अपनी प्लेट ले कर चलते हैं क्या? वह बोला- हां बेटा I आज उसका पाला एक चंचल, बातूनी औरअपनी उम्र से अधिक समझदार लड़की से पड़ा था I सो बात यहाँ कब ख़तम होने वाली थी I वैष्णवी ने अगला प्रश्न दागा- लेकिन क्यों अंकल? उस व्यक्ति ने उससे पूछा - बेटा भूमंडलीय ऊष्मीकरण जानती हो ? वैष्णवी ने न में सिर हिला दिया I मुस्कराकर वह व्यक्ति बोला - तो फिर ग्लोबल वार्मिंग जरूर जानती होगी I इस बार उसका जबाब शब्दों में था - हां जानती हूँ I अब तक सभी की भेलपुरी तैयार हो चुकी थी I वह आदमी अपनी स्टील की प्लेट में और हम बाकी के लोग प्लास्टिक की प्लेट में भेलपुरी खाने लगे I लेकिन अब वैष्णवी के आकर्षण का केंद्र भेलपुरी नहीं बल्कि वह व्यक्ति था I सो वह फिर बातो में लग गयी I अंकल, ग्लोबल वार्मिंग तो कमिंग जनरेशन के लिए बहुत हार्मफुल है I क्लाइमेट चेंज का कारण भी यही हैI सूखा और बाढ़ इसी की वजह से तो अधिक होने लगा है I इसके लिए तो हम लोगों को पेड़ - पौधे लगाने चाहिए I हमने तो अपने घर में खूब पौधे लगाए हैं I वह व्यक्ति बोला - बेटा भूमंडलीय ऊष्मीकरण रोकने केलिए पेड़ - पौधे लगाना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि हमारी तरह तुम भी अपने साथ अपना बैग रखा करो और उसमें अपनी प्लेट ,चम्मच और ग्लास I बाजार की प्लास्टिक की चीजों का उपयोग ना किया करो I और हां , अपने घर में या स्कूल में कहीं भी बिलावजह लाइट जल रही हो तो तुरंत बंद करना जिससे बिजली का उपयोग कम हो I याद रखना बूँद - बूँद से ही घड़ा भरता है I भेलपुरी खाने के बाद उस व्यक्ति ने अपने स्टील के पानी की बोतल से सड़क के किनारे लगे एक पेड़ के पास अपनी प्लेट धोयी और बैग में रख लिया I जब मंटू बाबू अपनी गली की और मुड़े तो वह व्यक्ति उनसे बोला - भाई साहब ऑस्कर पुरस्कृत डाक्यूमेंट्री - द इनकनवीनिएंट ट्रुथ जरूर देखियेगा और बच्ची को भी दिखाइयेगा I जी जरूर, कह कर उन्होंने सिर हिलाया और बेटी के साथ घर की तरफ चल पड़े I