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भेलपुरी

2 सितम्बर 2022

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            रोजाना की तरह आज भी शाम को मंटू  बाबू अपनी बेटी वैष्णवी के साथ गली में टहल रहे थे I गली के नुक्कड़ पर भेलपुरी वाला रोज़ाना की तरह आज भी खड़ा था I बेटी का मन भेलपुरी खाने का था I सो मंटू बाबू  भेलपुरी के ठेले पर पहुंच गए I अभी वो  अपना आर्डर देते इतने में एक आदमी अपने झोले से स्टील की  प्लेट  निकल कर भेलपुरी वाले से बोला- यार मुझे तुम मेरी प्लेट में देनाI सभी सोच रहे थे -  अजीब पागल आदमी है I भला कोई ऐसे अपनी प्लेट ले कर चलता है क्या? वैष्णवी से रहा न गया और वह पूछ ही बैठी- अंकल आप हमेशा  अपनी प्लेट ले कर चलते  हैं  क्या? वह बोला- हां बेटा I आज उसका पाला एक चंचल, बातूनी औरअपनी उम्र  से अधिक समझदार लड़की  से पड़ा था I सो बात यहाँ कब ख़तम होने वाली थी I वैष्णवी  ने अगला प्रश्न दागा- लेकिन क्यों अंकल?  उस व्यक्ति ने उससे  पूछा - बेटा भूमंडलीय ऊष्मीकरण जानती हो ? वैष्णवी ने न में सिर हिला दिया I मुस्कराकर वह व्यक्ति बोला - तो फिर ग्लोबल वार्मिंग जरूर जानती होगी I इस बार उसका जबाब शब्दों में था - हां जानती हूँ I अब तक सभी की भेलपुरी तैयार हो चुकी थी I वह आदमी अपनी स्टील की  प्लेट में और हम बाकी के लोग प्लास्टिक की प्लेट में  भेलपुरी खाने लगे I लेकिन अब  वैष्णवी  के आकर्षण का केंद्र भेलपुरी नहीं बल्कि वह व्यक्ति था I सो वह फिर बातो में लग गयी I अंकल, ग्लोबल वार्मिंग तो कमिंग  जनरेशन के लिए बहुत हार्मफुल है I क्लाइमेट चेंज का कारण भी यही हैI  सूखा और बाढ़ इसी की वजह से तो अधिक होने लगा है I इसके लिए तो हम लोगों  को पेड़  - पौधे  लगाने चाहिए I हमने तो अपने घर में खूब पौधे लगाए हैं I वह व्यक्ति बोला - बेटा भूमंडलीय ऊष्मीकरण रोकने केलिए पेड़ -  पौधे लगाना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि हमारी तरह तुम भी अपने साथ अपना बैग रखा करो और  उसमें अपनी प्लेट ,चम्मच और  ग्लास I बाजार की प्लास्टिक की चीजों का उपयोग ना किया करो I  और हां ,  अपने घर में या स्कूल में कहीं  भी बिलावजह लाइट जल  रही हो तो तुरंत बंद करना जिससे बिजली का उपयोग कम हो I याद रखना बूँद - बूँद से ही घड़ा भरता है I भेलपुरी खाने के बाद उस व्यक्ति ने अपने स्टील के पानी की बोतल से सड़क के किनारे लगे एक पेड़ के पास अपनी प्लेट धोयी और बैग में रख लिया I जब मंटू बाबू अपनी गली की और मुड़े तो वह व्यक्ति उनसे बोला - भाई साहब ऑस्कर पुरस्कृत  डाक्यूमेंट्री - द इनकनवीनिएंट ट्रुथ जरूर देखियेगा और बच्ची को भी दिखाइयेगा I जी जरूर, कह कर उन्होंने सिर  हिलाया और बेटी के साथ घर की तरफ चल पड़े I

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कविता रावत

कविता रावत

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7 सितम्बर 2022

कृष्ण कान्त शर्मा

कृष्ण कान्त शर्मा

7 सितम्बर 2022

JI, DHANYAVAAD

कृष्ण कान्त शर्मा

कृष्ण कान्त शर्मा

लघु कथा के जानकार लोगो से निवेदन है कि कृपया संसोधन हेतु सुझाव दें I साथ ही लघु कथा लेखन पर कोई कार्यशाला हो तो उसकी भी जानकारी देने की कृपा करें जिससे मेरे लेखन में सुधर हो I

3 सितम्बर 2022

कविता रावत

कविता रावत

प्रेरक प्रस्तुति

2 सितम्बर 2022

कृष्ण कान्त शर्मा

कृष्ण कान्त शर्मा

2 सितम्बर 2022

UTSAAH VARDHAN KE LIYE DHANYAVAAD, YAH MERI PAHLI PRASTUTI HAI.

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रचनाएँ
लघु कथा
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इस पुस्तक में लघु कथाओं का संग्रह है I
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सोशल मीडिया

6 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू माधोपुर से मेरठ जा रहे थे। ट्रेन में सामने की बर्थ पर एक बुजुर्ग महिला और उसके साथ एक टीनेजर बच्ची सफर कर रही थी। बच्ची अपने मोबाइल में व्यस्त थी। दरअसल जब से सोशल मीडिया आया है किसी के पास

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शिक्षक कौन?

5 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू अपनी कक्षा में पढ़ाते हुए बोल गए कि शिक्षक समाज का निर्माता होता है। एक लड़की शिवानी ने सलीनता के साथ उनसे प्रश्न किया - सर क्या शिक्षक ही समाज का निर्माण करते है, शिक्षिका नहीं? मंटू बाबू न

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भेलपुरी

2 सितम्बर 2022
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            रोजाना की तरह आज भी शाम को मंटू  बाबू अपनी बेटी वैष्णवी के साथ गली में टहल रहे थे I गली के नुक्कड़ पर भेलपुरी वाला रोज़ाना की तरह आज भी खड़ा था I बेटी का मन भेलपुरी खाने का था I सो मंटू बाबू

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फ़िल्टर कॉफी

4 सितम्बर 2022
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डॉली की फ़िल्टर कॉफी पूरे अपार्टमेंट में मशहूर थी। उसका मित्र डेविड तो रोज शाम को फ़िल्टर कॉफी के बहाने मिलने आता था। डॉली को भी उससे मिलना अच्छा लगता था। आखिर वह इकलौता शक्स था जो हमेशा डॉली की तारीफ

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आधी हकीक़त आधा फ़साना

7 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू रोजाना की तरह  आज भी अपने अपार्टमेंट  के सामने पार्क में शाम के वक़्त टहल रहे थे I पार्क में खेलते बच्चों  को देख आज अनायास ही उन्हें अपने बचपन के दिन याद आ गए I चेहरे पर एक गज़ब  की रौनक आ गय

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अन्धविश्वास

18 सितम्बर 2022
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मंटू बाबू की पत्नी एक बड़ा   पॉलिथीन का  बैग उन्हें थमा कर बोली- " आज ऑफिस से आते समय गंगा जी में इसे  प्रवाहित करके आना I पिछले नवरात्र  का पड़ा है I"  मंटू बाबू ने बैग के अंदर नजर डाली तो पूजा पर चढ़ाय

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