यहां मेरी द्वारा लिखी गई ग़ज़ल और कविताएं पढ़ी जा सकती हैं
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खपती रही हैं रोज ज़माने में बेटियांदो दो घरों की आन बचाने में बेटियांकोलाज मुस्कुराहटों का चेहरे म