प्राणप्रियेसरसी छन्द16,11 की यति 27 मात्रएं अंत 21 सेमेरी प्राणप्रिये तुम हमको, जन्म जन्म स्वीकार।तुम ही मेरे जीवन की हो, जीने का आधार।तुम मेरे दिल की धड़कन हो, तुम ही मेरी सांस।तुमसे कुछ उम्मीदें मेरी, तुमसे ही कुछ आस।करती सेवा सदा हमारी, रखती हर पल ध्यान।अगर समस्या में चिंतित हूँ, करती तुम आसान।कभी
तिरंगा शान है अपनी ,फ़लक पर आज फहराए ,फतह की ये है निशानी ,फ़लक पर आज फहराए ....रहे महफूज़ अपना देश ,साये में सदा इसके ,मुस्तकिल पाए बुलंदी फ़लक पर आज फहराए .....मिली जो आज़ादी हमको ,शरीक़ उसमे है ये भी,शाकिर हम सभी इसके फ़लक पर आज फहराए ....क़सम खाई तले इसके ,भगा देंगे फिरंगी को ,इरादों को दी मज़बू
प्रिय मित्रों,सभी को दीपावली के उल्लासपर्व की झिलमिल झिलमिल करती अनेकशः हार्दिक शुभकामनाएँ...दीपमालिका के अवसर पर प्रज्वलित प्रत्येक दीप की हर किरण किरण सभी के जीवन को अपनास्नेह प्रदान करे और सभी का जीवन सुख-सौभाग्य-प्रेम के उल्लासमय आलोक से आलोकितरहे…आज धरा परदीवाली है, जगरमगर दीपक जलते हैं |जैसे इ
करवाचौथ – करक चतुर्थी 2018शनिवार को चन्द्रमा यदि रोहिणी नक्षत्र में हो तोसर्वार्थसिद्धि योग बनता है | इस बार 27 अक्टूबर शनिवार को महिलाएँ अपने सुखसौभाग्य की कामना से करवाचौथ या करक चतुर्थी का व्रत रखेंगी, और सौभाग्य से इस दिनसर्वार्थसिद्ध योग भी बन रहा है | चन्द्रमा दूसरे दिन प्रातः 07:22 तक रोहिणीन