
प्रिय मित्रों,
सभी को दीपावली के उल्लासपर्व की झिलमिल झिलमिल करती अनेकशः हार्दिक शुभकामनाएँ...
दीपमालिका के अवसर पर प्रज्वलित प्रत्येक दीप की हर किरण किरण सभी के जीवन को अपना
स्नेह प्रदान करे और सभी का जीवन सुख-सौभाग्य-प्रेम के उल्लासमय आलोक से आलोकित
रहे…
आज धरा पर
दीवाली है, जगर
मगर दीपक जलते हैं |
जैसे इस नीले
अम्बर में झिलमिल तारकदल खिलते हैं ||
एक एक दीपक से
सारे जग के आओ दीप जलाएँ
जिनकी झिलमिल
आभा में ये चाँद सितारें भू पर आएँ |
साज सजें ऐसे
जिन पर सब मिलकर दीपक राग सजाएँ
और धरा आकाश गले
मिल मस्त मगन मन नृत्य दिखाएँ ||
जन जन का जीवन
आलोकित करने हित हम नेह बढ़ाएँ
और बाती को थोड़ा
उकसा कर दीपक की जोत बढ़ाएँ |
भेद भाव और
व्यंग्य बाण सब दीपशिखा की भेंट चढ़ाएँ
और सद्भावों की
आभा फिर जग के कण कण में फैलाएँ ||
देखो चन्द्रकिरण
देती है जग को नवयुग का अभिनन्दन
इसी अकौकिक आभा
का आओ हम सब कर लें आलिंगन |
दीपमालिका का
प्रकाश जन जन की राहों में फैलाएँ
भागे दूर अँधेरा
और सबके मन स्वर्ण कमल खिल जाएँ ||
दीपों के रूप
में धरा पर उतर आए तारों से झिलमिलाती दीपमालिका सभी के लिए मंगलमय हो… पूर्णिमा
4 जुलाई 1955 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्म | शिक्षा दीक्षा उत्तर प्रदेश के ही जिला बिजनौर के नजीबाबाद में सम्पन्न |
शिक्षा दीक्षा : संस्कृत तथा तबला में पोस्ट ग्रेजुएशन, गायन तथा कत्थक में ग्रेजुएशन, गुरु शिष्य परम्परा में गायन-तबला तथा जयपुर घराने के कत्थक की शिक्षा, भारतीय दर्शन में पी एच डी |
आकाशवाणी नजीबाबाद से उदघोषण, संगीत संयोजन, लेखन, संगीत रूपक इत्यादि विधाओं के चलते 7 वर्ष तक जुड़ाव | इस बीच लगभग पाँच वर्ष तक रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय और गढ़वाल विश्वविद्यालयों में संस्कृत अध्यापन |
1983 से विवाह के बाद से आज तक ज्योतिष और योग से सम्बन्धित अनेक पुस्तकों का हिन्दी अनुवाद, साथ ही 35 वर्षों से भी अधिक के अनुभव के साथ एक लब्ध प्रतिष्ठ ज्योतिषी |
कुछ प्रसिद्ध मीडिया कम्पनियों के लिए भी लेखन कार्य | लगभग दस वर्षों तक दूरदर्शन के प्रिव्यू पैनल पर एक्सपर्ट के रूप में कार्य |
प्रकाशित कार्य:
• बचपन से ही लेखन में गहन रूचि के कारण अनेक पत्र पत्रिकाओं में लेख लिखने का सौभाग्य |
• 2006 में अरावली प्रकाशन दिल्ली से देवदासियों के जीवन संघर्षों पर आधारित उपन्यास “नूपुरपाश” प्रकाशित |
• 2006 में ही व्यक्तिगत और सामाजिक अनुभवों पर आधारित प्रथम काव्य संग्रह “मेरी बातें” हिन्दी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से अनमोल प्रकाशन दिल्ली से प्रकाशित |
• भारत के मध्यमवर्गीय परिवारों में नारियों के संघर्षमय जीवन की झलक प्रस्तुत करता उपन्यास “सौभाग्यवती भव” नाम से 2008 में भारतीय पुस्तक परिषद दिल्ली से प्रकाशित |
• बयार के समान उन्मुक्त भाव से प्रवाहित होती निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसर रहती महिलाओं पर ही आधारित उपन्यास “बयार” 2015 में एशिया पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित |
सम्प्रति:
• स्त्री-पुरुष के सम्बन्धों पर आधारित उपन्यास “विरक्त” शीघ्र ही प्रकाशित होने वाला है |
• अन्य अनेकों संस्थाओं की महासचिव रहने के बाद सम्प्रति WOW (Well-Being of Women) India नामक राष्ट्रीय स्तर की संस्था की महासचिव के रूप में क्षेत्र की एक प्रमुख समाज सेविका |
संपर्क सूत्र: 302, कानूनगो अपार्टमेंट, 71 इन्द्रप्रस्थ विस्तार, दिल्ली –92,
मोबाइल: 7042321200
वेबसाइट : https://www.astrologerdrpurnimasharma.in/
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