यह हिन्द देश प्यारा मेरा
प्यारी इसकी कहानी है
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है |||
उन्नत भारत का सिंध -प्रांत
जहाँ सिंधु सभ्यता पैदा हुई
जग को जिसने सभ्य बनाया
जग कहता उसकी कहानी है |
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है...
निज शीश हिमालय -मुकुट धरा
पैरों को धोए हिन्द-सागर
तीन घाट का पानी पीती
यूँ भारत माँ मस्तानी है ||
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है...
सूर, कबीर, तुलसी, मीराँ
रसखान देव से रतन हुए
जग तारन जिनका जन्म हुआ
जहाँ बुद्ध की निर्मल वाणी है ||
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है...
युद्ध में खट्ठे दाँत किये
कितनी ही बार दुश्मन के
मेरे देश के वीर जवानों की
याद मुझे क़ुरबानी है ||
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है...
घात लगाए बैठे भेड़िये
भारत -माँ घबरायी है
हर हाल में रक्षा करनी इसकी
हमें देनी अपनी क़ुरबानी है ||
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है...
आओ मिलकर वचन उठाएँ
हमें देश का मान बढ़ाना है
विश्वभर में तिरंगा फहरेगा
दुनिया को ताकत दिखलानी है ||
भारतवासी सुनो गौर से
इक बात तुम्हें बतलानी है...
कवि -- लोकेश कुमार 'रजनीश '
9785233909