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मनीषा के पैरों तले ज़मीन ही खिसक गयी जब बैंक अधिकारी पुष्पेन्द्र कुमार ने उन्हें बताया कि वह उनका मकान किराये पर नहीं ले सकता क्योंकि बैंक के वकील ने कहा है कि उस मकान की मालकिन नहीं होने के
अपने डॉक्टर बेटे के बंगले में उसकी कार साफ़ कर रहे ड्राईवर से बतियाते राधाकिशन जी को भ्रम-सा हो रहा था कि नज़दीक खड़ी उनकी मोटरसाइकिल उस कार को घूर रही है और उसकी नज़रों में नाराज़गी भी है I यह
अनुराग जी इन दिनों काफी परेशान हैं I कुछ साल पहले उनकी बेटी मनीषा को नगर निगम से एक भूखंड आवंटित हुआ था I ऐसे सभी भूखंडों के संबंध में राज्य सरकार द्वारा अपना एक पुराना नियम अब सख्ती से लागू कर दिए