आलिम यूँ तो हँसना अच्छा है, हँसाना अच्छा है,
गैरों पे नहीं खुद पे हँसना- हँसाना अच्छा है.(आलिम )
दूसरों को ना सिखाओ उन्हें क्या करना है,
ख़ुद भी कुछ करके दिखाओ तो अच्छा है. (आलिम)
महज़ मुल्कपरस्ती की बातो से मुल्क चलते नहीं,
मुल्क की ख़ातिर कुछ करके बताओ तो अच्छा है. (आलिम)
गड़े मुर्दे खोदने से तरक्की होती नहीं आलिम,
सपुर्दे-खाक से पहले कर दिखाओ तो अच्छा है.(आलिम)