बंदेमातरम्,बन्देमातरम डॉ शोभा भारद्वाज अमीरखुसरो ने लिखा था –“हस्त मेरामौलिद व मावा व वतन”(हिन्द मेरीजन्म भूमि है|) हिन्द कैसाहै ?‘किश्वरेहिन्द अस्त’ बहिश्ते बरजमीन (भारत देश धरती पर स्वर्ग हैं ) वायसराय लार्ड कर्जनद्वारा बंगाल विभाजन अंग्रेजों की नीति फूट डालो राज करो नीति का हिस्सा था .मुस्लिम बह
हरे से अल्लाह , केसरिये से राम हूं,शांति बनाये श्वेत से,मै यूद्ध विराम हूं ।।
दोस्तों, आज हम देख रहे हैं की एक पुराण पेड़ समूल उखाड़ने के लिए विदेश-दुश्मन-जाने-अनजाने सभी से गठबंधन कर लिया गया है .ये पेड़ इसलिए नहीं पुराण की ये कोई धर्म है? ये तो अपितु इसलिए पुराना है क्यूंकि भारत की 300 वर्षों की गुलामी और 700 वर्ष
हम भारत माँ के वीर सिपाही,हमसे बनी जय हिन्द की सेना !आतिथ्य में गर सर झुका दे,कमजोरी उसको समझ न लेना !!दीन दुखी हो या कोई लाचारीकाम अपना सबको सहारा देना !देश सेवा में करे अर्पण जीवनवक़्त पे अपनी जान गंवाँ देना !!हम भारत माँ के वीर सिपाही,हमसे बनी जय हिन्द की सेना !!जब संकट में हो देश की जनताबस एक आवा
सारे जग में हिन्द का डंका,बड़े सूरमा डोल गए, देखो तो जय हिन्द का नारा ओबामा तक बोल गए, अम्बर में लहराए तिरंगा,धरती पर पग ध्वनियाँ थीं, राष्ट्रगीत की सुर लहरी थी,दंग देखती दुनिया थी, जिस पल सब दे रहे सलामी,द्रश्य अजीब दिखाए थे, महामहिम उप राष्ट्रपती ने पीछे हाथ छुपाये थे, कूल्हो से मस्तक तक केवल कुछ