0.0(0)
60 फ़ॉलोअर्स
5 किताबें
वृद्धाआश्रम में माँ बाप को देखकरसब लोग बेटो कोही कोसते है,लेकिन दुनिया वाले ये कैसे भूल जाते हैं की वहा भेजने मे किसी की बेटी का ही अहम रोल होता है..!वरना लोग अपने माँ बाप को शादी के पहले ही वृद्धाश्रम क्यों नही भेजते।संस्कार बेटियों को भी दें ताकि कोई बेटों को ना कोसे।यह कड़वा है पर सत्य है।
जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा..जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा..बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता यारों..!जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा..!!सरदार पटेल और यूनिटी का एक बड़ा नाता है।वो नाता जो करोड़ों भारतीयों को एक सूत्र में पिरोता है।वो नाता जिसकी वजह से करोड़ों भारतीय पाकिस
L.P.G.गैस सिलेण्डर की भी "एक्सपायरी डेट" होती है।एक्सपायरी डेट निकलने के बाद गैस सिलेण्डर को इस्तेमालकरना बम की तरह खरतनाक हो सकता है। आमतौर पर गैससिलेण्डर की रिफील लेते समय उपभोक्ताओं का ध्यान इसकेवजन और सील पर ही होता है।उन्हें सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट की जानकारी ही नहींहोती।इसी का फायदा एलपीजी क
Quote 1 : इससे पहले की सपने सच हो आपको सपने देखने होंगे।Quote 2 : सपना वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही नहीं आने दे।Quote 3 : इंतज़ार करने वालो को सिर्फ उतना ही मिलता है, जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है।Quote 4 : एक अच्छी पुस्तक हज़ार दोस्तों के बराबर होती है जबकि एक अच्
बलात्कार की सजा - अमेरिका : - पीड़िता की उम्र और क्रूरता को देखकर उम्रकैद या 30 साल की सजा दी जाती है। रूस :- 20 साल की कठोर सजा.चीन - No Trial, मेडिकल जांच मे प्रमाणित होने के बाद मृत्यु दंड. पोलेंड - सुवरो से कटवा कर मौत Death thrown to Pigs इराक - पत्थरो से मार कर हत्या .Death by stone till last
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे जीवट वाले व्यक्ति ने जिस अंदाज़ में सार्वजनिक मंच से कहा है कि "ये लोग मुझे ज़िंदा नहीं छोड़ेंगे..."इससे यह स्पष्ट हो गया है कि स्थिति बहुत भयंकर और असहनीय रूप ले चुकी है.....एक अकेला व्यक्ति 125 करोड़ हिंदुस्तानियों के हिस्से का ज़हर "नीलकण्ठ" म
अगर हम कहें कि आज Technology में हम आगे निकल आये हैं, तो ये बिलकुल सच है. अगर आज अमिताभ बच्चन और शशि कपूर का वो Epic Dialogue होता, तो कुछ ऐसा होता! अमिताभ साहब : मेरे पास बिल्डिंगे हैं, प्रॉपर्टी है, बैंक बैल
हरे से अल्लाह , केसरिये से राम हूं,शांति बनाये श्वेत से,मै यूद्ध विराम हूं ।।
वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं.