मेरे इश्क मेरे रब, मेरी आदतों की तरह..
शामिल है तू रूह में, इबादतो की तरह...
जिंदगी हो संग तेरे, तो जिंदगी है लगती..
बिन तेरे गर जो गुज़रे, है आफतों की तरह...
बोल-अमोल जो झर गए, उन अश्को से तुम्हारे..
वादें वो इश्क के थे, पाक आयतों की तरह..
ना बुत पूजे मैंने कोई, ना माँगी कभी दुआएं..
पूजा है रब को मैंने, चाहतो की तरह..
सब मेरे काबा-काशी, है तुमसे और तुम्ही तक..
ये जिंदगी लगे है तुमसे, इनायतो की तरह...