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रसहीन जीवन व्यर्थ है

25 सितम्बर 2015

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रस का महत्व सर्वोपरि है॥ निरस व्यक्ति के जीवन में कभी कोई उम्मीद नहीं होती॥ जीवन में रस लाना बहुत जरूरी है॥ रस से जीवन में उम्मीद जागती है॥ उम्मीद से जीने का होंसला॥ हौंसले से कामयाबी॥ कामयाबी से जीवन सुखमय होता है॥ कामयाबी से संतुष्ट रहो॥ असंतुष्टी लालच पैदा करती है॥ लालच नाश को न्योता देता है॥ नाश से जीवन में दरिद्रता आती है॥ दरिद्रता से मनुष्य निरस हो जाता है॥ अतः जीवन में संतुष्टि जरूरी है ॥

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