कुरुक्षेत्र के लाड़ले शहीद मनदीप (जिनका सिर पाकिस्तान काट ले गया और हम... ), शहीद नितिन सुभाष और शहीद जितेन्द्र की आत्मा हमें दीवाली मनाने के लिए मना कर रही है । जिनकी बदौलत हम सब दीपावली मनाते रहें हैं आज उनके घरों में अंधेरा है । शहीदों के परिजनों की दीवाली काली है । ऐसे में हम दीवाली कैसे मना सकते हैं ? आप सब क्या सोचते हैं नहीं जानता ? लेकिन सपरिवार मैं शहीदों के घरवालों के साथ हूँ... वन्दे मातरम्