दृश्य: मोरनी मामी नदी के किनारे बैठ कर रो रही है और सारे जानवर उसको पूछ रहे हैं कि तुम क्यों रो रही हो?
कोयल(चाची): मोरनी बहन क्या हुआ क्यों परेशान हो?
मोरनी(मामी): क्या बताऊं बहन पिछले महीने ही सोने की पायल बनवाई थी और पता नहीं मेरी पायल किसने चुरा ली है शायद मैंने सब जगह ढूंढ लिया कहीं नहीं मिल रही है अब बताओ मैं क्या करूं?
बंदर (गोलू): आपकी पायल किसने चुराई है अगर आपको पता नहीं है तो इसकी शिकायत हम राजा से करते हैं शायद तब आपको आपकी पायल वापस मिल जाए।
कोयल (चाची): हां बहन गोलू सही कह रहा है हमें अभी राजा के पास जाकर उनसे चोर की शिकायत करनी चाहिए वह जल्द से जल्द चोर का पता लगाकर तुम्हें तुम्हारी पायल वापस लौटा देंगे।
दृश्य: शेर (राजा शेरसिंह) बरगत के पेड़ के नीचे बैठा है और गधा(घोंचू) अपनी परेशानी बता रहा है।
मोरनी(मामी): महाराज की जय हो।
महाराज मेरी मदद कीजिए मेरी सोने की पायल चोरी हो गई है कृपा करके चोर को जल्द से जल्द ढूंढिए और मुझे मेरी पायल वापस दिला दीजिए।
शेर(राजा शेरसिंह): क्या तुम्हारा भी सामान चोरी हो गया है क्या हो रहा है जंगल में आजकल कितनी चोरियां बढ़ गई है पहले तो कभी ऐसा नहीं हुआ।
कोयल(चाची): अरे घोंचू तुम यहां क्या कर रहे हो?
गधा(घोंचू): मैं बहुत परेशान हूं मेरी किताब चोरी हो गई है मैंने उसको तालाब के किनारे दो पत्थर के बीच में संभाल कर रखा था पर पता नहीं मेरी किताब को किसने चुरा लिया इसलिए मैं महाराज से मदद मांगने आया हूं।
बंदर(गोलू): महाराज मुझे लगता है चोर बहुत चालाक है लेकिन चोर को पकड़ना जरूरी है नही तो जंगल के सभी जानवरों का एक दूसरे पर से भरोसा उठ जाएगा।
राजा (शेरसिंह): पूरे जंगल में घोषणा करवा दो जो भी चोर को पकड़ेगा उसको अगली सभा में इनाम दिया जाएगा शायद इससे चोर जल्दी पकड़ में आ जाए।
और हां गोलू सुनो तुम और गजोधर मिलकर जंगल पर ध्यान रखना कौन क्या करता है और कहां जाता है?
बंदर (गोलू): जी महाराज।
दृश्य: जंगल में घोषणा हो रही है ।
भालू(दरबारी): सुनो सुनो सुनो सभी जंगलवासियो सुनो
जैसा की आप सभी जानते हो आजकल जंगल में चोरियां बहुत हो रही है जिससे पूरा जंगल परेशान है और महाराज ने ये आदेश दिया है कि जो कोई भी चोर को पकड़ेगा उसको अगली सभा में इनाम दिया जाएगा।
चूहा(कतरू): अरे वाह ! क्या बात है अब मैं ही चोर को पकडूंगा और महाराज से फिर से इनाम लूंगा।
हाथी(गजोधर): कतरू लगता है पिछला इनाम हज़म हो गया है इसलिए तुमको और इनाम चाहिए। कहीं तुम ही तो चोर नहीं हो और इनाम के लिए ऐसा कर रहे हो?
चूहा(कतरू): गजोधर मैं बहुत ईमानदार हूं और मेहनत की कमाई ही खाता हूं।
बंदर(गोलू): वो तो पूरे जंगल को पता है तुम कितने ईमानदार हो लेकिन सिर्फ अपने मतलब के लिए।
अच्छा ये सब छोड़ो और ये बताओ कि क्या तुम मेरा और गजोधर का साथ दोगे चोर को पकड़ने में।
चूहा(कतरू): लेकिन वो कैसे?
हाथी(गजोधर): हमको कोई अपनी कीमती चीज़ दाव पे लगानी पड़ेगी जिससे चोर उसको चुराने की कोशिश करे और हम उसको पकड़ लें।
चूहा(कतरू): मेरे पास एक चीज़ है बहुत ही कीमती।
बंदर(गोलू): क्या है ऐसा?
चूहा(कतरू): तुमको याद है जब हम मिट्ठू को बचाकर ला रहे थे तब उसको पिंजरे से निकालने के लिए जो चाबी लगी थी वो चाबी मैं अपने ही साथ ले आया था और पता है वो चाबी सोने की थी।
हाथी(गजोधर): चलो तुम्हारा लालच कहीं तो काम आया। अब देखना हम उस सोने की चाबी से चोर को जरूर पकड़ लेंगे।
बंदर(गोलू): मेरे पास एक योजना है जिससे चोर अपने आप पकड़ा जाएगा।
(योजना सुनकर)
चूहा(कतरू): सुनकर तो लगता है चोर की शामत आने वाली है। लेकिन मेरी चाबी को कुछ नहीं होना चाहिए।
हाथी(गजोधर): तो सब योजना के अनुसार काम करना।
दृश्य: तालाब के किनारे सारे जानवर पानी पीने आए हुए हैं।
बंदर(गोलू): कतरू सच सच बताओ ये सोने की चाबी तुमने कहां से चुराई?
चूहा(कतरू): ये मेरी चाबी है ।
हाथी(गजोधर): अच्छा कतरू तो तुम ये बताओ की ये चाबी किस चीज़ की है ?
चूहा(कतरू): वो तो....... मैं मेरी......।
बंदर(गोलू): बोलो क्यूं चुप हो गए इससे तो यही पता चल रहा है कि तुम ही चोर हो जो जंगल में चोरियां कर रहा है।
चूहा(कतरू): चाबी मेरी हो या नही इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि इससे ये साबित नहीं होता की मैं ही जंगल में चोरी कर रहा हूं।
मोरनी(मामी): हां लेकिन अगर ये साबित हो गया की तुम ही चोर हो तो मैं तुमको छोडूंगी नहीं। मेरी पायल के बिना मैं अधूरी हूं।
दृश्य: रात का समय है तालाब के किनारे कतरू, गोलू और गजोधर आते है और फिर गजोधर और गोलू दूर जाके छुप जाते हैं।
चूहा(कतरू): आज बहुत गर्मी है मैं नहा लेता हूं और वैसे भी बहुत दिन हो गए है बिना नहाए लेकिन इस चाबी को यहीं पत्थर के ऊपर रख देता हूं नहाकर वापस उठा लुंगा।
(कतरू तालाब में डुबकी लगता है और नहाने का आनंद लेने लगता है और तभी कौवा(काकू) आता है और चाबी लेके उड़ जाता है)
बंदर(गोलू): गजोधर काकू का पीछा करो जल्दी चलो हमको देखना है वो चाबी को लेके कहां जा रहा है मुझे तो काकू ही चोर लग रहा है।
हाथी(गजोधर): कतरू नहाना बंद करो और देखो तुम्हारी चाबी चोरी हो गई है जल्दी चलो।
चूहा(कतरू): हए मेरी चाबी चोरी हो गई अरे सोने की चाबी थी कितनी मेहनत से बनवाई थी हाय। आज उस चोर को नहीं छोडूंगा लेकिन मेरी चाबी चुराई किसने?
बंदर(गोलू): काकू है चोर। अब जल्दी चलो उसका पीछा भी करना है देखें तो सही ये जा कहां रहा है?
( तीनों काकू का पीछा करते करते राजा (शेरसिंह) की गुफा के सामने आ गए)
चूहा(कतरू): हैं! काकू यहां क्यूं आया है?
बंदर(गोलू): अंदर चलो तभी तो पता चलेगा ।
(अंदर आकर देखते हैं मोरनी मामी, घोंचू और काकू भी वहीं है)
हाथी(गजोधर): महाराज ये काकू ही चोर है इसने अभी कतरू की सोने की चाबी चुराई है और मुझे तो लगता है जंगल की सारी चोरी यही कर रहा था।
चूहा(कतरू): महाराज इस चोर को आज मैं नहीं छोडूंगा, मेरे खून पसीने की कमाई से मैने एक सोने की चाबी बनवाई, और ये काकू उसको चुरा लाया । महाराज इसको तो मृत्युदंड देना चाहिए।
राजा (शेरसिंह): कतरू रुको, सबर करो, काकू की कोई गलती नहीं है।
बंदर (गोलू): हे प्रभु! कृष्ण जगन्नाथं, ये क्या हुआ? काकू भी चोर नहीं तो कौन है?
मोरनी (मामी): मेरी पायल मिल गई है, मैने ही उसको कहीं और रख दिया था। और मुझे लगा कि उसको किसी ने चुरा लिया है।
चूहा (कतरू): लेकिन इस घोंचू की किताब , वो भी तो चोरी हुई है ।
गधा (घोंचू): अरे! वो किताब मैने जिस पत्थर के नीचे रखी थी मैं वो भूल गया था कि वो कौनसा पत्थर था। फिर आज जब मैने उसी पत्थर के नीचे देखा तो मिल गई , इसका तो यही मतलब है कि मैने गलत पत्थर के नीचे देखा था।
बंदर (गोलू): तो मतलब कोई चोर नहीं है।
हाथी (गजोधर): फिर काकू कतरू की चाबी लेकर यहां क्यूं आया?
कौवा (काकू): वो चाबी तो वैसे भी चोरी का समान था , इसलिए मुझे लगा कि उसे महाराज के पास ले जाता हूं जिससे मुझे भी महाराज से सभा में इनाम मिलेगा।
चूहा (कतरू): चोरी का समान से तुम्हारा क्या मतलब है? मैने बड़ी मेहनत से अपनी जान की बाज़ी लगाकर यह चाबी जीती थी।
बंदर( गोलू): जीती! किससे?
चूहा (कतरू): अब्बहभ आअआअ।
मोरनी (मामी): बस कतरू और परेशान मत हो अब, तुमसे तुम्हारी चाबी कोई नहीं लेगा। हमको तुमसे दुश्मनी लेकर जंगल में दंगल नहीं करना।
(मामी की ये बात सुनकर सभी जोर जोर से हँसने लगे, और सभी निश्चिंत हो गए कि जंगल में कोई चोर नहीं है।)