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कलम - pen

3 अप्रैल 2020

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कुछ लोगों के लिए कलम बस

लिखने के काम आती है

पर मेरे लिए तो ये अपने

जज्बात बया करने का तरीका है

वो जज्बात जो कही अंदर

ही मेरे दबे रह जाते है

वो जज्बात जिनको कोई और

समझ नहीं पाता है

मैं नहीं बोल पाता हूँ

इसीलिए मेरी कलम बोलती है

मै खुद को बया नहीं कर पाता

इसीलिए मेरी कलम बया करती है

मैं नहीं रो पाता हूँ

इसीलिए मेरी कलम रोती है

मैं नहीं हँस पाता

इसीलिए मेरी कलम हँसती है

मेरे कागज गीले हो जाते है

उन पर लिखे शब्दों की स्याही

कही और बिखर जाती है

और उन कागजो का गिलापन

मेरी कलम दूसरों तक ले जाती है

मेरे दर्द बया होते है

बिना आवाज मेरी कलम से

मेरी भावनाओं को दूसरों तक पहुँचाने का

जरिया बन जाती है मेरी कलम

दूसरों के आंखो में आँसू

भी ले आती है ये कलम

क्योंकि उनके जज्बातों को जगाना

अच्छे से जानती हैं ये कलम

धीरे धीरे संघर्ष करते हुए

अपना भी खत्म हो जाती है

और फिर से एक नया रूप ले

मेरे पास वापस आ जाती है कलम

इसलिए कहता हूँ होगी ये

तुम्हारे लिए बस लिखने की चीज

पर मेरे लिए ये अभिव्यक्ति का माध्यम है

जिसमें मेरी ज़िन्दगी का सार छूपा है

Poetry and photography: कलम - pen

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