ये काश शब्द आज नहीं तो कल या बीते हुए दिनों में सब के मन मैं कभी न कभी उठा होगा
मगर इस शब्द से हर किसी मनुष्य को कोई न कोई उम्मीद होती ही है
की अगर मैं ये करे देता तो काश ऐसा होता
मगर ऐसा मेरे मन मैं एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब मुझे कभी नहीं मिला
क्यों मनुष्य का मन इतना विचलित होता है क्यों उसे जो करना है वो पहले से ही स्पष्ट होता
क्यों वो उन अँचाहे सपनो को पाने की तलाश में अपने आज वाली खुशियो को दाओ पर लगा देता है
वो क्यों नही देखता की जो आज है उस में जीने से ही तुम कल उस काश पाने वाली चीज़ को पाने लायक हो पाओगे
ये काश शब्द ही सबसे बड़ी सफलता बन सकता है अगर आज थोड़ी सी एकाग्रता और अपने पर विश्वास रखा जाय तो
फिर भविष्य मैं कभी भी न कहना पड़े की काश उस समय ऐसा कर देता तो ऐसा हो जाता
मेरा इस आर्टिकल से ये ही बताने का मतलब था की कोई भी भविष्य की लालसा में अपने आज को न ख़राब करें क्योकि उस आज का असर अपके इस समय और इस से ज्यादा आपके और आपके परिवार के भविष्य को ख़राब केर सकता है
धन्यवाद