17 फरवरी 2022
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मैं प्रतिलिपी पर अपनी रचनाएं प्रकाशित कर रहा हूंD
मां अपने परिवार के लिए कुछ भी कर सकती है। यही भावना इस मां में भी थी ।अपनी छोटी सी झोपड़ी में रहकर, मेहनत मजदूरी कर ,दो पैसे लाकर----- बच्चों को रूखा सूखा खिलान
बेटे और बेटियों ने मिलकर ,छोटे बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया ।मां को मजबूर किया कि ,अब बाहर के काम धीरे-धीरे समाप्त कर दें ।हम हैं ना ,आपके साथ ।चिंता की कोई