shabd-logo

क्रांति की पुस्तक

18 मई 2024

3 बार देखा गया 3

भय हूँ शोषण का 
राह का बाधक हूँ मै
हथियार बंद क्रांति की 
एक पुस्तक हूँ मै...

नींद करता हराम उनकी 
जो सबका शोषण करते
रात दिन उनके दिल दिमाग
का दस्तक हूँ मै...

मै जब उठता हूँ तो 
आसमान उठा लेता हूँ
जंग के सर पे इंकलाब 
यकायक हूँ मै...

लोग तब आजाद होंगे 
मै तो नहीं हूँ अब भी
मै पसीना हूँ लूटखोरों का 
बंधक हूँ मै...

शक्ति के बल पे छीनता हूँ 
मै अधिकार अपना
बुद्धिहीनों की धारणा है कि
याचक हूँ  मै...

ब्यवस्था का एक वर्ग हूँ मै 
बस यूँ समझो तुम 
विस्फोट का ही तत्व हूँ 
गंधक हूँ मै...

अपनी अभिव्यक्ति खूब पैनी 
मगर हूँ छोटा हूं मैं 
एक साहित्य का ही छंद हूँ 
मुक्तक हूँ मै...

अपना विश्वास शांति मे है
लड़ाई मे नही
श्रम का हूँ मित्र पूँजीवाद का 
भंजक हूँ मै

एक चीते सा छापामार हूँ 
ऐसा योद्धा हूं मैं 
लोग समझे हैं हिरनी का
शावक हूँ मै...

मेरा अस्तित्व शाश्वत है 
रहूँगा मै ही
मै श्रम हूँ आदिकाल से
अब तक हूँ मै...

          :- डॉ राजेश पाण्डेय

Rajesh Pandey की अन्य किताबें

1

मेरे खाटू श्याम

25 अक्टूबर 2023
2
2
1

मात मोरबी पिता घटोत्कच, बर्बरीक है जिसका नाम... ! सिर खाटू में धड़ हिसार में, वो हैं मेरे खाटू श्याम... !! हारे का सहारा, खाटू श्याम अति बलशाली, खाटू श्याम भीम पौत्र हैं, खाटू श्याम बीर-बहा

2

जो ख्वाब में सोचा था...

22 नवम्बर 2023
2
2
1

तसव्वुर से तुम्हें खींच करक़लम, हक़ीक़त केवरक़ पर उतारने ही चला था कि यक-ब-यक तुम रूबरू आ गएठिठक गई क़लम पलकें झपकना भूल गई क्या लिखतातुम्हारी तारीफ़ में दु

3

राज सारा का सारा छुपाती रही...

22 नवम्बर 2023
2
3
2

राज सारा का सारा छुपाती रही, पर तेरे प्यार को मैं निभाती रहीहौसला मेरा इतना जो मज़बूत था, आँधियों में मैं दीपक जलाती रहीनए रंग ख्वाबों में भरती रही,बिन रुके मैं हदों से गुजरती रहीहुए ज़र्द पत्

4

मुझे खुल के गाना भजन की तरह...

22 नवम्बर 2023
2
2
1

मैं अधूरा पड़ा संकलन की तरह,मैं तुम्हें गुनगुना लूँ ग़ज़ल की तरह,तुम मुझे खुल के गाना भजन की तरह।तुम बनो राधिका तो तुम्हारी कसम,कृष्ण-सा कोई वादा करूँगा नहीं,जानकी बन के आओ अगर घर मेरे,राम जैसा इरादा

5

सोलहों शृंगार कर के...

22 नवम्बर 2023
2
3
2

सोलहो श्रृंगार करके राधा गई पनघट पर,सज-धज, बन-ठन कर सखियां भी आ गईं।मीठी तान बांसुरी की टेर दियो कान्हा ने, मंत्रमुग्ध होकर सारी ग्वालन हरषा गईं।नीले नीले अंबर में मेघ भी गरजन लागे,रिमझिम कर&nbsp

6

Ram Naam Kahne Wala...

29 नवम्बर 2023
1
0
2

राम नाम जपने वाला, वैकुण्ठ में जगह बनाता है !श्याम-श्याम कहने वाला, जग को वैकुण्ठ बनाता है !!दोनों विष्णु के अवतार एक हैं राम एक गोपाल...2जनकनन्दिनी जपने वाला,दुःख को दूर भगाता है !नवलक

7

Jai Mata Ki

29 नवम्बर 2023
0
0
2

जय माता की जय माता कीजय माता की बोलो.....2पहले जम्मू चलो फिर कटरा चलो...दर्शन करो माँ के दर्शन करो...माँ के दीदार से अपना दामन भरो...दर्शन करो माँ के दर्शन करो...जय माता की जय माता कीजय मा

8

होली गीत

12 मार्च 2024
1
1
1

होली गीत रंग लो जी अपने ही रंग में सनम आया होली का त्योहार...रंग लूँगा सत रंगी रंग में सनम आया रंगों का त्योहार...लाल रंग, नीला रंग, हरा पिचकरियातन भीगे, मन भीगे, भीगे है चुनरिया फ

9

राधा राधा जपने वाला...

14 मार्च 2024
0
1
0

राधा - राधा जपने वाला,कृष्ण को बहुत ही भाता है !माधव माधव कहने वाला,धर्म - ध्वजा लहराता है !!दोनों भक्ति के पर्याय,राधा शक्ति कृष्ण अध्याय...भगवत गीता पढ़ने वाला,जीवन सफल बनाता है !कृष्ण कथा लिखने वाल

10

दशरथ के द्वार

14 मार्च 2024
0
1
0

आओ चलें दशरथ के द्वार श्री राम जय जय राम बोलोभ्रमण करो जी अवध दरबार जय जय जय सियाराम बोलो दर्शन की अभिलाषा लेकर जाना है...राम के चरणों मे ये शीश झुकाना है...मिलने को ये दिल है

11

अब की बार चार सौ पार

14 मार्च 2024
0
1
0

जन जन की है यही पुकार अब की बार चार सौ पार सब मिलकर संकल्प उठाएँ लाएँ फिर मोदी सरकारअब की बार चार सौ पार...विश्व पटल पर भारत माता का सम्मान बढ़ाया हैजिसने बरसो बाद राम का मंदिर भव्य बनवाया है&nbs

12

आपका है ये घर...

23 मार्च 2024
1
1
1

फूल क्यूँ सारे खिलके महकने लगे आज भँवरों के दिल भी धड़कने लगेदिल की खिड़की खुली मिल गई लो नजर आज मालुम हुआ आपका है ये घर प्यार का रंग चढ़ता उतरता रहा नूर चेहरे का उनके निखरता रहा&nbs

13

दिल जो न कह सका

16 मई 2024
0
1
0

दिल जो न कह सका...जगमग करता एक दीप इस मंदिर मे जलता हैये दिल शमां है जलता है बुझता है पिघलता हैदिल जो न कह सका ये दिल जो न कह सकातेरी बाहों में जो गुजरीं वो रातें याद आती हैसुनेंगे अब न हम जिनको वो बा

14

Pyar Ki Arthi (Vytha Ki Terahavi)

16 मई 2024
1
1
1

प्यार की अर्थी (व्यथा की तेरहवीं)01/- तुमने तो व्यथा कही अपनी, इक बात मुझे भी कहनी थी... !दिल झूम - झूम के गाता था,तुम ही तो घर की घरनी थी... !! 02/-जीवन के उस अवधि तलक,&nb

15

कैसा है...?

17 मई 2024
0
1
0

बोलो बोलो मेरी बस्ती का समां कैसा है !धुंधलका सुबह का शामों का धुआँ कैसा है !!खेत खलिहान कुएँ बाग़ बता कैसे हैं !फ़सले गुल कैसी है अंदाज़े सबा कैसे हैं !!जिनकी आवाज़ पे सर झुकते हम लोगों के !वो जाने ज

16

भारत एक बगीचा है... !!

17 मई 2024
0
0
0

खून पसीना बहा के अपने पुरखों ने ही सींचा है !इसकी शान बढ़ाते जाना भारत एक बगीचा है !!भारत एक बगीचा है, भारत एक बगीचा है... !!नफरत से नफरत है हमको प्यार हमारी भाषा है !आपस मे मिलजुल के रहना ज

17

मैं जनम जनम तुझे चाहूँगा...

17 मई 2024
1
1
1

मै जनम जनम तुझे चाहूँगा,मेरा जीवन यूँ ही कट जाये !मेरा प्यार नहीं है चाँद सनम,जो पूरा होकर घट जाये... !!चाँद कहते हुए डरता हूँ तेरे चेहरे कोमै तेरे रूप को घटते हुए कैसे देखूँरोशनी बनके रहा है जो मेरी

18

क्रांति की पुस्तक

18 मई 2024
0
0
0

भय हूँ शोषण का राह का बाधक हूँ मैहथियार बंद क्रांति की एक पुस्तक हूँ मै...नींद करता हराम उनकी जो सबका शोषण करतेरात दिन उनके दिल दिमागका दस्तक हूँ मै...मै जब उठता हूँ तो आसमान उठा ल

19

मुझे रास्ता दो भाई

18 मई 2024
0
0
0

मुझे रास्ता दो भाई...1/- बैसाखी मेरी काठी,मै चल नहीं सकता !इस भीड़ को हटाओ,मुझे रास्ता दो भाई !!2/-ये हलचल ये शोरगुल,बिगड़ा हुआ माहौल है !मुश्किल है घर को जाना,मुझे रास्ता दो भाई !!3/-आँखें है बम

20

मोड़ पे लाया हुआ आदमी

21 सितम्बर 2024
0
0
0

ना आसमां हूँ ना मैं ज़मीं हूँ मोड़ पे लाया हुआ आदमी हूँन कोई मेरा है ना मै किसी कापानी हूँ मै बस बहती नदी कामुरझाई नयनों की मै नमी हूँमोड़ पे लाया हुआ आदमी हूँकिसी ने कभी मेरा साथ देकरदी जि

21

खो गये कहाँ तुम...

24 जून 2024
0
1
0

खो गये कहाँ तुम... ज़िंदगी की भीड़ और धुंध के खयालों मेढूंढती है ये नज़र मंदिर और शिवालों मेंदे के रोशनी मुझे गुम हुए उजालों मेंकैसे मै बंद करूं रूह को मै तालों मेंफिर भी न जाने खो गये कहाँ तुम...

22

क्या याद तुझे हम आते हैं?

22 सितम्बर 2024
0
0
0

ओ भूलने वाले ये तो बताक्या याद तुझे हम आते हैंदिल मे बसाया था जिसको क्यों दिल को वही तड़पाते हैं जब मस्त हवायें चलती हैजब शाम सुहानी आती हैआकाश मे चाँद चमकता हैफूलों पे जवानी आती हैतनहाई सता

23

दिल दिया तुमको

23 सितम्बर 2024
0
0
0

पहले दिल दिया नही चुरा लिया तुमने हौले हौले से ये क्या किया तुमनेअब दिल दे रहा हूँ तुमको दिल से निकाल करअपने दि

24

माँ शारदे मैहर वाली

3 अक्टूबर 2024
1
1
0

माई माई जपने वाला,मैहर पहुँच ही जाता है !सती सती कहने वाला, माँ शारदे को भाता है !!जग में है जिनकी शान सतना जिले की है पहचान आल्हा उदल की अराध्य माँ शक्ति पीठ में बसती हैंदक्ष पुत्

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए