बेतिया
~~"बेटियाँ कुछ लेने नहीं आती है पीहर"~~~~~~..बेटियाँ....पीहर आती है....अपनी जड़ों को सींचने के लिए....तलाशने आती हैं भाई की खुशियाँ....वे ढूँढने आती हैं अपना सलोना बचपन....वे रखने आतीं हैं....आँगन में स्नेह का दीपक....बेटियाँ कुछ लेने नहीं आती हैं पीहर..~~~..बेटियाँ....ताबीज बांधने आती हैं दरवाजे पर