दस शीश और आँखें बीस कहे बुराई हो गए तीस, मारे फुफकारे अहंकार के छिद्र नासिका सारे बीस, आखों में नफरत का रक्त मुख मदिरा और मद आसक्त, कर्ण बधिर न सुने सुझाव भाई भी हो जाए रिपु, सिर चढ़ता
बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीकविजयादशमी, जिसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता है, भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, जब भगवान राम ने रावण को पराजित क
बधाई हो तुम्हें उस रावण को जलाने की। बुराई पर अच्छाई की जीत की खुशी मनाने की। रावण को जला दिया लेकिन बुराई क्यों बढती जा रही। मानवता की सीमाएं क्यों टूटती जा रही । क्या रावण के पुतला जलाने की परंपर