क्या जानना पर्वतों को कब पूजा जाएगा
जब जरूरत होगी उनको तब पूछा जाएगा।
रहो मौन ,स्थिर, शांत चित्त शिवाय सा होकर
जब विषपान का समय होगा तब पूछा जाएगा।
क्यों व्यथा समय करते हो बरबाद चिंतन में,
जब रण होगा तभी तो कृष्ण को पूछा जाएगा।
कोई नहीं सदेव साथ निभाने वाला यहां,
पहला जाएगा तभी तो दूजे को पूछा जाएगा।