आज हम एक मा की दर्द भरी कहानी को अपनी आर्टिकल में लिख रहा हूं। यह एक सच्ची घटना है । बात वर्ष 2017 की है । उस समय नया नया LED लाइट गांव में आया। ब्लॉक में उजाला नाम के LED Light आधार कार्ड से मिल रहा था । दो साल का गारंटी भी था। हम सोचे की क्यों ना लाइट का काम किया जाए। हमने दुकानें बनवा ली , दिल्ली से सामान भी आ गया। हम उस समय कोचिंग सेंटर चलाते थे। मेरे पास टाइम नहीं था
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