मन की तकलीफ किसको सुनाएँ
किससे कहें अपने अंदर के उठते तूफान को
कोई है क्या ऐसा जो समझ पाए बिन कहे ही
क्यूँ ही बेचैनी होती है इस दिल में
क्यूँ ही तड़प होती है इस देह में
हम कभी ना कह पाए की आखिर चाहते क्या हैं
वो भी कभी समझ ना पाए
11 मार्च 2024
मन की तकलीफ किसको सुनाएँ
किससे कहें अपने अंदर के उठते तूफान को
कोई है क्या ऐसा जो समझ पाए बिन कहे ही
क्यूँ ही बेचैनी होती है इस दिल में
क्यूँ ही तड़प होती है इस देह में
हम कभी ना कह पाए की आखिर चाहते क्या हैं
वो भी कभी समझ ना पाए
बहुत सुंदर लिखा है आपने बहन आप मेरी कहानी प्रतिउतर और प्यार का प्रतिशोध पर अपनी समीक्षा जरूर दें 🙏🙏🙏
11 मार्च 2024