खूबसूरत सा एक जहान बनाएं यारों
आओ खुद को जरा इंसान बनाएं यारों
कहने को भले ही यह दुनिया इंसानों से भरी पड़ी है पर इन सब में से वास्तव में कितने इंसान हैं यह कहना बहुत ही मुश्किल है। ज्यादा दूर क्यों जाएं अपने ही भीतर क्यों न झाँक कर देखें कि हम में कितनी इंसानियत बची हुई है जवाब तो खुद ब खुद मिल जाएगा।
तो दोस्तों इस धारावाहिक में इंसान को इंसानियत के करीब लाने का एक छोटा सा प्रयत्न किया गया है। यहाँ कुछ बातें हैं भावनाओं की, संवेदनाओं की, हार की, जीत की, खुशी की, गम की। कुछ बदले हुए और बेहतर नजरिए हैं दुनिया को देखने के, जिंदगी को जीने के,, दर्द को बांटने के, इंसान को इंसान बनाने के।