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सुबह से मन को एकाग्र करने के लिए बहुत प्रयास किया पर सफलता नहीं मिली, दोपहर होने को है इतना असंतोष और अशांत है मन की किसी काम को पूरा करने भी नहीं दे रहा. खुश रहो वास्तविक स्थिति में ये कहते हैं सब