नजरें संभालिएगा ,
दिल में उतर जाऊंगी ,
हर जगह, हर मोड़ पर ,
बस मैं ही नजर आऊंगी।
गूंज मेरे अल्फाजों की,
हवाओं में घुली -मिली सी है,
मन में बस जाऊंगी आपके,
होश-ओ-हवास मैं उड़ाऊंगी।
नैन ये मेरे कजरारे,
दिल पर घाव गहरे देंगे,
अपनी रेशमी जुल्फों में ,
आपको मैं उलझाऊँगी।
कब तलक बचाएंगे ,
दिल को आप अपने जनाब !
मुहब्बत हूं मैं ,
एक दिन हो ही जाऊंगी....!