जब एक Male बच्चा पैदा होता है
तब वो पूरी तरह माँ ( एक अौरत )पर निर्भय होता है
फिर सिलसिला सुरु होता है
माँ / बहन/ बीबी / बेटी को परेसान करने का
जब जो सामने मिले उसे हुकम करता है
ऑफिस को देर हो रही है नास्ता लगा दो
मेरा टीफ्फीन कहा है, मेरी बनियान दो
मेरे मोज़े दो, मेरा ऑफिस बैग कहा है बैगेरा - बैगेरा
यनि के पूरी तरह औरत पर निर्भर
यनि के औरत के बिना एक कदम भी नहीं चल सकता!
फिर भी उसी अौरत की सरेआम बेइज़्ज़ती करता है !
क्या इसी लिए हम अौरत को नारायणी कहते है
माँ है वो, बहन है वो, बीबी है वो, बेटी है वो
जीवन के हर सुख-दुःख मे शामिल है वो
हर रिश्ते मे खूबसूरत है वो
माँ प्रेरणा है , बहन शक्ति है
बीबी सच्चा साथी है, बेटी अरमान है
नमन है इस नारी को जो हर रिश्ते मे
जीवन के हर मोड़ पर हर रिश्ते मे साथ निभाती है
आओ आज मिल कर संकल्प करे
नारी को अत्याचार से मुक्त करे
!! नारी शक्ति !! का सम्मान करे
महिला दिवस की आप सभी को बधाई