अल सुबह जो खाये हवा ! काम आये न कभी दवा !!
उषा पान करे जो रोज ! तो न रहे कब्ज का बोझ !!
मालिस करे,करे योगासन ! पालन करे पथ्य अनुसासन !!
तो ही रह कर स्वस्थ निरोग ! जीवन के भोगे सुख भोग !!
दूध,छास,फल कच्ची सब्जी ! खाय नित्य न होवे कब्जी !!
भोजन बाद न पिए पानी ! उसने अपच कभी न जानी !!
भोजन के बाद जरा सा टहले ! भजन करे सोने से पहले !!
चिंता करे न सोती बेरा ! एक नींद मे होए सवेरा !!
धैर्य,क्षमा,सेवा और ममता ! धर्म,शील,और संयम समता !!
ये गुण जीवन मे धारे ! ऐसा वीर कभी न हारे !!
करम करो प्रभु पर छोडो ! फल के पीछे कभी न दौड़ो !!
तो दुःख से छूट सकोगे ! जीवन का सुख लूट सकोगे !!
सौजन्य :--- निरोगधाम पत्रिका