नहीं, अकेला नहीं हूँ
नहीं, कुछ खोया नहीं है
कोई बिछुड़ा नहीं है।
कुछ था ही नहीं, खोता क्या
कोई था ही नहीं, बिछुड़ता कौन।1।
नहीं, कोई आशा नहीं है
किसी की प्रतीक्षा नहीं है।
किसी को आना नहीं है
किसी को जाना नहीं है।2।
नहीं, सूर्य अकेला नहीं है
सौर परिवार है पूरा।
नौ ग्रह रहते उसके साथ
पृथ्वी के भी साथ चन्द्र है।3।
नहीं, अकेला नहीं हूँ
मेरी तनहाई, मेरी खामोशी
मेरी छाया, मेरी रातें, मेरे सपने
सब साथी है मेरे साथ।4।
बस एक तुम ही नहीं हो
एक वही कमी है जीवन में
तुम आ जाते तो पूरी होती
जीवन की अभिलाशा मेरी। 5।
ना कोई आवाज तुम्हारी
और न ही दिखते हो कहीं
न खुद आते, न मुझे बुलाते
ना जाने कब कहां मिलोगे। 6।
कब तक देखूं मैं राह तुम्हारी
कब तक जागूं सारी रातें
कब तक रोकूं मैं सांसे अपनी
कब तक जीवन डोर पकड़ कर बैठूँ।7।
याद तुम्हारी स्वप्न तुम्हारे
दिल की धड़कन ओ सांस तुम्हारी
सुबह तुम्हारी शाम तुम्हारी
सब है जीवन साथी मेरे। 8।
नहीं, मैं अकेला नहीं हूँ।