दुनिया मे न जाने कितने ही देशो मे आज अमन ओर शांति खत्म हो चुकि है कुछ देशो मे हालात ज्यादातर खराब हो चूके है लोगो मे सरकार के खिलाफ आक्रोश बढ रहा है जिन देशो मे अविश्वास की भावना है उसे विश्वास मे बदलना होगा ह ओर अमन ओर शांति को हमे दोबारा लाना होगा । तभी ससांर सुरक्षित रहेगा । क्यो न सभी देश एक मंच पर बैठ कर बात करे ओर सारी दुनिया का भविष्य सुरक्षित करे । जिस समय सिकंदर ने सारी दुनिया जीत ली उसको भी खाली हाथ जाना पडा वह भी मरने के बाद सुई तक न ले जा सका । युद्ध होते आये है होते रहेगे पर आप इतिहास मे अपना नाम किस तरह लाना चाहते है हिटलर की तरह या शांति का संदेश देने वाले बुद्ध की तरह यह आप पर निर्भर करता है क्यो न दुनिया को शांति का संदेश दे । मेरे दोस्तो इतना समय भी न निकल जाये कि हम हाथ ही मलते रह जाये । ओर हमारे घर मिट्टी के ढ़ेर मे बदल जाये । चाहे दुनिया कितने भी हथियार बना ले मगर यह हथियार शांति नही ला सकते है आज हम हथियार बना रहे है किसके लिए मानवता का विनाश करने के लिए। याद इस धरती को जितने के लिए मगर वह तो वही की वही रहेगी हम ही चले जायेगे । हिटलर ने सारी दुनिया को जितना चाहा मगर मिला क्या कुछ भी नही उसने यहूदीयो को मरवाया को परन्तु हाथ क्या लगा कुछ भी नही । आज दुनिया को नई सोच की जरुरत है जो रास्ता हम चुनते है वह तो शांति की ओर जाना चाहिए। वह आंतक की ओर क्यो चला जाता है इसका मतलब है हमारी रणनीति सही नही है आज जितने हथियार है उतनी दुनिया नही है फिर भी हम ओर हथियार बनाते जा रहे है क्यो ओर किसके लिए । कया यही स्थित देखने के लिए हमने लोकतंत्र की स्थापना की है आज दुनिया को शांति की जरुरत है न कि हथियार की। अगर हम दुनिया की ओर एक शांति का कदम बढाते है तो दुनिया हमारी ओर दस कदम बढाये गी ।