11 सितम्बर 2021
22 फ़ॉलोअर्स
मुझे लिखना और पढ़ना दोनों बहुत पसंद है। जो भी देखती हूँ, महसूस करती हूँ, उसे शब्दों में व्यक्त करने का प्रयास करती हूँ।D
🙏🙏
<div>करने जा रही मैं, इस मंच पर, एक नई शुरुआत</div><div>आशा है मिलेगा, सभी पाठकों का,इसमें मुझको साथ
<div>कोई न जाने, ले जाती कहाँ,</div><div> &nb
<div>🌺ये जिंदगी है दोस्त,ये तो यूं ही चलती है।</div><div><span style="font-size: 1em;"> और दुन
<div>जब जब हार मिली....और बुझा उम्मीदों का दिया। </div><div>हौंसलों की मशाल जलाकर......मैंने जी
<div>😅 14 नवंबर को जब देश ने,</div><div><span style="font-size: 1em;"> &
<div>एक ख़लिश दिल की, ये क्या से क्या कर गई।</div><div> खुशियों की आंखों में,क्यों बारिशें भर ग
<div>🌹रिमझिम इन बूंदों में, झलकती है तस्वीर उसकी,</div><div> आज फिर भीग बैठे, उस
<div>गुजरात की वर्तमान स्थिति पर मेरे द्वारा रचित एक छोटी सी रचना :--</div><div><br></div><div>हैं इ
<div>पतझड़ ही पतझड़ है, बहार नहीं, जो तुम नहीं। </div><div>रोऊँ या गाऊँ पर दिल को,करार नहीं,जो
<div>मैं चली अपने सफर पर, एक बार फिर। </div><div>जानी पहचानी सी उसी डगर, एक बार फिर।