नेहा शैलेष तिवारी
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युग कोई भी हो, यदि मन पवित्र बुद्धि स्वच्छ हो, परमेश्वर की भक्ति,वाणी में सत हो, तो समझ लीजिए आप सतयुगी है। 🙏मेरे सतयुगी पाठकों को मेरा प्रणाम🙏
🌺खिलौने जो आज भी जिंदा है🌺
🌺खिलौने जो आज भी जिंदा है🌺 आज मायके में बोहोत दिनों बाद मैने अपनी पुरानी पेटी खोली और मां से कहा - "आप ने अब भी मेरे खिलौने कितने संभाल के रखे हैं। " और मन ही मन सोचने लगी कि एक मायका ही होता है जो अपनी बिटिया के सारे निर्जीव खिलौनों को
🌺खिलौने जो आज भी जिंदा है🌺
🌺खिलौने जो आज भी जिंदा है🌺 आज मायके में बोहोत दिनों बाद मैने अपनी पुरानी पेटी खोली और मां से कहा - "आप ने अब भी मेरे खिलौने कितने संभाल के रखे हैं। " और मन ही मन सोचने लगी कि एक मायका ही होता है जो अपनी बिटिया के सारे निर्जीव खिलौनों को
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