हम भारत के वीर हैंहम अर्जुन के तीर हैंहम भारत वासी गंभीर हैंहम विश्व की तकदीर हैंहम पवित्र गंगा नीर हैंहम भारत के वीर हैं।
संबंध और पानी एक सम्मान होते है ना कोई रंग, ना कोई रूप, ना कोई खुशबूपर फिर भी जीवन के अस्तित्व के लिए सबसे महत्वपूर्ण है
जो भूल जाते है वो गैर होते हैजो हर पल याद आते है वो अपने होते है
फिर से तेरी यादें मेरे दिल के दरवाजे पर खड़ी हैंवही मौसम, वही हवा, वही बारिश की झड़ी है
ये राहें ले ही जायेंगी मंजिल तक हौसला तो रखकभी सुना है कि अँधेरे ने सवेरा ना होने दिया
अपनों से मिला तजुर्बा सिर्फ इतना सीखाता हैउतना ही मिलों किसी से जितना वो मिलना चाहता है
कितनी बातें जो महज ख्वाहिश ही रहीतुम चाहते तो इन आंखों में पढ़ सकते थे
रिश्तो का संबंध केवल खून से नहीं होता मुसीबत में जो हाथ थाम ले उससे बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता
वफ़ा की जंजीर से डर लगता है, कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता हैजो मुझे तुझसे जुदा करती है, हाथ की उस लकीर से डर लगता है
मोहब्बत इतनी कि उसके सिवा कोई और ना भाएइंतज़ार इतना कि मिट जाए पर किसी और को ना चाहे
लबों पर मुस्कराहट है हज़ारों चोट खाकर भी, हम अपने अश्क बैठे हैं ये पल्कों से दबा कर भी, दिल में जलाए प्यार की इक आस बैठा हूँ, वो क्या जाने दिलों की रोशनी को अब बुझा कर भी!
"गिला भी तुझ से बहुत है मगर मोहब्बत भी वो बात अपनी जगह है ये बात अपनी जगह"
कहीं होकर भी मैं नहीं हूंँ, कहीं न होकर भी हूँ, बडी कश्मकश में हूँ, कि कहाँ हूंँ और कहाँ नहीं हूँ!
हर वक्त जिन्दगी से गिले शिकवे ठीक नहीं, कभी तो छोड़ दीजिए कश्तियों को लहरों के सहारे!
बारिश की बूंदे भी कुछ तुम्हारी जैसी हो गई, हमने छतरी तो लगाई पर वो मुझे भिंगो गई!
हर कोई यहां फसा हुआ है वक्त की जंजीरों में, हर कोई यहां हंसता है केवल तस्वीरों में!
जरूरी नहीं है की इश्क बाहों के सहारे मिलें,किसी को जी भर के महसूस करना भी मोहब्बत है!
तेरी मोहब्बत पर मेरा हक तो नहीं पर दिल चाहता है आखरी सांस तक तेरा इंतजार करूँ
एक अरसे से वो कह रही है कि मैं तेरी ही तो हूँ, और सच तो ये है कि वो सिर्फ कहती ही तो है!
कुछ इस तरह से साँसों का बंधन है तुमसे मेरासाँस लेते हो तुम वहाँ, तो जी लेते हैं हम यहाँ