16 नवम्बर 2021
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मैं मोनिका गर्ग, फरीदाबाद, हरियाणा मेरा निवास स्थान है। लिखने का शौक बचपन से ही था। बहुत छोटी उम्र से ही लेखनी के सिपाही बनने की कोशिश की। हम उम्र बच्चे जहां गुड्डा गुडिया का खेल खेलते थे, मिट्टी के घरोंदें बनाते थे हम कलम के माध्यम से कागज पर उन घरोंदों के सुख दुःख उकेरते थे।महज बारह साल की उम्र में अपनी पहली कहानी "भिखमंगे" लिखी। फिर माँ सरस्वती के चरणों की उपासना करते करते कलम के सिपाही बनती चली गयी। आज हमारी बहुत सी कहानियाँ बहुत से मंचों पर सराही जाती हैं। एक मंच के लिए सहलेखन भी किया। Shabd.in, लेखिनी, प्रतिलिपि, स्टोरी मिरर, रश्मिरथी, शीरोज जैसे बहुत से मंच है जहाँ हमारा लेखन सतत् जारी है। हम ज्यादातर शार्ट स्टोरीज ही लिखते है।बाकि अभी तक चार उपन्यास भी लिखे चुके हैं। हमारी Shabd.in मंच के माध्यम से तीन किताबें पेपरबैक में प्रकाशित हो चुकी है। "मन की बातें", "रोचक व शिक्षाप्रद कहानियां" और "आखिर खता क्या थी मेरी" बहुत सी किताबें ई-बुक के रूप में भी Shabd.in पर उपलब्ध है। अब और क्या कहें बस इतना ही अपने विषय में कहेंगे। हमसे रचना तब होती है जब "भावनात्मक विचारों का ऐसा तूफान आता है कि जब तक उसे कागज पर ना उतार दें आत्मा को चैन नहीं मिलता।"D
टॉपिक बहुत अच्छा है, मगर कहानी बहुत स्पीड से आगे बढ़ती है इसमें कही ना कही ठहराव की आवश्यकता है |
9 दिसम्बर 2021
धन्यवाद महोदय।जैसे कि एक औरत की उम्र के तीन पड़ाव दिखाते गये है इस लिए तीव्रता है कहानी में।
मैं शब्द टीम का तहेदिल से शुक्रिया अदा करती हूं जो मुझे अदना सी लेखिका को इस लायक समझा धन्यवाद आप सब का।
17 नवम्बर 2021
Brilliant article I have seen ur profile in lekhny n pratilipi but there u didn't mention that u also write in shabd Just found here post result I'm regular reader of urs
17 नवम्बर 2021