गरिमापूर्ण भाषा को लेकर कोई चिंता नहीं हैसंजय निरुपम ने नरेंद्र मोदी को अनपढ़-गंवार कहा। - संजय अमान ७० और ८० यहाँ तक की ९० के दसक की राजनीति में भाषा को ले कर मर्यादाएं होती थी। पद की और व्यक्ति की अपनी गरिमा थी मगर ज्यो - ज्यो हम विकास करते गए सभ्यता का विकास होता गया हम सत्ता के लिए भाषाओ को ताक
गरिमापूर्ण भाषा को लेकर कोई चिंता नहीं हैसंजय निरुपम ने नरेंद्र मोदी को अनपढ़-गंवार कहा।- संजय अमान७० और ८० यहाँ तक की ९० के दसक की राजनीति में भाषा को ले कर मर्यादाएं होती थी। पद की और व्यक्ति की अपनी गरिमा थी मगर ज्यो - ज्यो हम विकास करते गए सभ्यता का विकास होता गया हम सत्ता के लिए भाषाओ को ताक पर