संत महात्माओं के हाथो संजय अमान की पुस्तक ''प्रेरणा '' का विमोचन समरोह सम्पन्न मुंबई - पवार पब्लिशर कोलकाता द्वारा प्रकाशित , कवि ,पत्रकार , संजय अमान की लिखी तीसरी पुस्तक ''प्रेरणा '' का विमोचन समारोह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सभागार में दिनाँक ३० सितम्बर को संपन्न हुआ। यह पुस्तक मुम्बई महानगर के
गरिमापूर्ण भाषा को लेकर कोई चिंता नहीं हैसंजय निरुपम ने नरेंद्र मोदी को अनपढ़-गंवार कहा। - संजय अमान ७० और ८० यहाँ तक की ९० के दसक की राजनीति में भाषा को ले कर मर्यादाएं होती थी। पद की और व्यक्ति की अपनी गरिमा थी मगर ज्यो - ज्यो हम विकास करते गए सभ्यता का विकास होता गया हम सत्ता के लिए भाषाओ को ताक
मुरझाई इक शाम में -जब तुम मिले -यादों की अंजुमन में कुछ याद आया -कह्कशो ,गुफ़्तगू ,कुछ चुभने जैसी बाते -यादों में लिपटी -मखमली सी सिलवटों में परत दर परत खुलने लगी -जैसे सुबह की पहली किरन के साथ -महकते फूल खिलते हो -मुरझाई शाम की बेला महक उठी -तुम्हारे साथ बिताये समय को याद कर के ,ख़ैर चलो तुम्हारी याद
गरिमापूर्ण भाषा को लेकर कोई चिंता नहीं हैसंजय निरुपम ने नरेंद्र मोदी को अनपढ़-गंवार कहा।- संजय अमान७० और ८० यहाँ तक की ९० के दसक की राजनीति में भाषा को ले कर मर्यादाएं होती थी। पद की और व्यक्ति की अपनी गरिमा थी मगर ज्यो - ज्यो हम विकास करते गए सभ्यता का विकास होता गया हम सत्ता के लिए भाषाओ को ताक पर
शनिवार को मुख्यमंत्रीत्रिवेन्द्र सिंह रावतने कहा किअभिनेता संजय दत्तउत्तराखं
निर्वाचन क्षेत्र -अकोला (महाराष्ट्र)दल का नाम -भारतीय जनता पार्टी ( भा.ज.पा.)ईमेल -sanjaysdhotre[AT]gmail[DOT]comजन्म की तारीख -26/02/1959उच्चतम योग्यता -प्रोफेशनल ग्रेजुएटशैक्षिक और व्यावसायिक योग्यता -बी ई (मेकेनिकल) गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अमरावती, महाराष्ट्र से शिक्षा ग्रह
बॉलीवुड के 'बाबा' यानी कि संजय दत्त आज 59 साल के हो गए हैं। छोटी उम्र से लेकर बड़े होने तर संजय की कहानी किसी फिल्म से कम नही है। संजय की जिंदगी में काफी परेशानियां आईं लेकिन उन्होंने कभी हौंसला नहीं छोड़ा।मां की नरगिस की मौत के बाद संजय नशे के गर्त में ऐसे चले गए थे जिससे निकालने में उनके पापा सुनी