पाश की प्रतिनिधि कविताएँ जीवन, समाज और आम लोगों के संघर्षों पर एक अनूठा और ताज़ा परिप्रेक्ष्य प्रदान करती हैं। उनके शब्द कच्ची भावना और मानवीय स्थिति की गहरी समझ से भरे हुए हैं, जो सभी उम्र और पृष्ठभूमि के पाठकों के साथ प्रतिध्वनित होते हैं। पाश की कविताएँ सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर सशक्त टिप्पणी प्रस्तुत करती हैं, साथ ही पाठकों को जीवन की चुनौतियों में आशा और अर्थ खोजने के लिए प्रेरित करती हैं। कुल मिलाकर, पाश की प्रतिनिधि कविताएँ एक दूरदर्शी कवि और मानवीय भावना के चैंपियन के रूप में उनकी स्थायी विरासत का प्रमाण हैं।
नौ सितंबर 1950 को जन्मे पाश का मूल नाम अवतार सिंह संधु था। उन्होंने महज 15 साल की उम्र से ही कविता लिखनी शुरू कर दी और उनकी कविताओं का पहला प्रकाशन 1967 में हुआ। उन्होंने सिआड, हेम ज्योति और हस्तलिखित हाक पत्रिका का संपादन किया। पाश 1985 में अमेरिका