17 जून 2015
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मैं आलोक शुक्ल , सनातन वैदिक समाज , साहित्य , विज्ञानं को वर्तमान जीवनशैली , मानसिक विचारो ,आधुनिक विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी के परिप्रेक्ष्य में स्थापित करने में कार्यरत हूँ एवं वैदिक सनातन इतिहास के माध्यम से वर्तमान अनुसन्धान एवं युवा जागरूकता के कार्य में संलग्न हूँ. D
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17 जून 2015
अति सुन्दर सन्देश ! बधाई !
17 जून 2015
अति सुन्दर सन्देश देती है आपकी यह कविता....आलोक जी बधाई !
17 जून 2015