महोदय , आज समस्त भारत Casteism , Regionalism एवं धार्मिक सहिष्णुता पर विश्वास कर रहा है , हमारे समूह का उद्देश्य भी राष्ट्रीय एकता , अखंडता एवं संप्रभुता को ध्यान में रखते हुए अपने देश समाज जाति एवं परिवार का विकास करना है /
परन्तु आरक्षण जैसी आरोपित व्यवस्था एवं विभिन्न प्रदेशो का भाषा , रीति रिवाज़ एवं वैचारिक मतभेदों की वजह आज ब्राह्मण विद्यार्थी युवा विकास के हर क्षेत्र में कुंठा से ग्रस्त होते जा रहे हैं , अगर आरक्षण व्यवस्था के बावजूद सेंट्रल उप्र. के लोग दूसरे प्रदेशो में , दूसरे कार्यक्षेत्रों में आगे बढ़ते हैं तो उन्हें कभी भाषा , कहीं प्रादेशिक व्यवस्था का शिकार होना पड़ता है/
सेंट्रल उप्र. आज देश का सर्वाधिक उदार क्षेत्र है, जहाँ के ब्राह्मण पुरे देश में विविध क्षेत्रो में समस्त जाति , धर्म , क्षेत्र , भाषा को भूलकर राष्ट्रीयता के हित में कार्यरत हैं परन्तु चिंता का विषय यह है कि हमारी उदारीकरण कि वजह आज हमारी युवा पीढ़ी लगातार अवसरों से वंचित हो रही है / आइये सेंट्रल उप्र. के समस्त ब्राह्मण जो भारत के विभिन्न राज्यों एवं विभिन्न संस्थाओं , IITs IIMs , निट्स, AIMS से पढ़ाई करके elite companies , सरकारी वरिष्ठ पदो या राजनीति के उच्च पदो पर आसीन हैं , सब मिलकर एक प्रयास करते हैं , अपने विकास अपनी आने वाली पीढ़ी के विकास की क्योकि हमारा विकास ही राष्ट्र का विकास है , और हमारे युवाओ की कुंठा हमारे अस्तित्व पर संकट है.
" सशक्त ब्राह्मण , सशक्त विचार , सशक्त राष्ट्र "