आहिल- आहिल राहगीर द्वारा रचा गया एक बहुत खतरनाक और घाक पात्र है। जो अपने खुशी के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, जिसकी शुरुआत उसने नौ साल की उम्र में अपने चार साल की भाई को कुएं में फेक दिया था. उसके बाद उसके अंदर की भावना जैसे मर ही गई। उसका यह कथन था कि अगर कुएं में पत्थर फेंकने के मजे लेने हैं तो कुछ कबूतरों की ज़िंदगी तो हराम करनी ही पड़ती है। इसी कथन से आप उसकी चरित्र का पता लगा सकते हैं। माधव- माधव एक सीधा-सादा, ईमानदार और मेहनती आदमी था और उसने सेठ से कभी भी एक रुपया भी ज्यादा नहीं लिया था। वह ट्रक चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। माधव ने ही एक दिन रास्ते में भटकते आहिल को अपने साथ आने का न्योता दिया और उसे अपने बेटे के समान रखता। उसकी सेवा करता। और उसे कोई भी परेशानी नहीं होने देता। बुरी आदतों से उसे दूर रहने की सलाह देता। लेकिन एक दिन ऐसा भी आया, जब उसे आहिल से निराशा हाथ लगी। दामोदर- दामोदर बहुत ही करुणा दिल वाला अमीर इंसान था। जिसके पास अपना बिसनेस और बड़ा बंगला था। जिसकी खूबसूरत पत्नी थी। उसका ले लड़का अभी था, जो दिल्ली में पढ़ाई करता था। घर में कां करने को नौकर थे, लेकिन जब उसने अपने समाने ठंढ में लाचार पड़े आहिल को देखा तो उसने अपने यहाँ ठहरने का प्रस्ताव दिया। उसका आदर-सत्कार कर अपने यहाँ उसे काम पर रख लिया।