![हिंद युग्म Hind Yugm](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fusers%2F%25E0%25A4%25B9%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25AF%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AEHindYugm_62fe4a6611d401374d590132_1660832753193.jpg&w=384&q=75)
हिंद युग्म Hind Yugm
हिन्द-युग्म प्रकाशन बहुत तेज़ी से उभरने वाला, हिन्दी में पुस्तकें प्रकाशित करने का एक उपक्रम है, जो विश्व स्तरीय डिजाइन और लेआउट के साथ हिन्दी में उत्कृष्ठ किताबें प्रकाशित करता है। सुंदर छपाई और शुद्धता पर भी विशेष ज़ोर देता है। पाठकों तक पहुँचने के पारम्परिक रास्तों के अतिरिक्त यह प्रकाशन ऑनलाइन तरीकों से दुनिया भर के पाठकों तक सीधी पहुँच बनाता है। वेबसाइट : http://www.hindyugm.com/
![आहिल](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Faahil_%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B9%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25B0_1678972337086.jpg&w=384&q=75)
आहिल
अगर कुएँ में पत्थर फेंकने की ख़ुशी पानी है तो कुछ कबूतरों की ज़िंदगी तो हराम करनी ही पड़ती है—किसी मासूम बच्चे को ऐसे विचारों और सिद्धांतों तक पहुँचने में कितना दर्द और कितनी नफ़रत लगती है उसका आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते। आहिल एक छोटे-से गाँव के एक
![आहिल](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Faahil_%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B9%25E0%25A4%2597%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25B0_1678972337086.jpg&w=256&q=75)
आहिल
अगर कुएँ में पत्थर फेंकने की ख़ुशी पानी है तो कुछ कबूतरों की ज़िंदगी तो हराम करनी ही पड़ती है—किसी मासूम बच्चे को ऐसे विचारों और सिद्धांतों तक पहुँचने में कितना दर्द और कितनी नफ़रत लगती है उसका आप अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते। आहिल एक छोटे-से गाँव के एक
![देहाती लड़के](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fdehaatiildddhke_%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25AD%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25AF_1679329421034.jpg&w=384&q=75)
देहाती लड़के
यह एक ग्रामीण इलाके के लड़के रजत की कहानी है, जो गांव के स्कूल से पढ़कर अपनी उच्च शिक्षा के लिए लखनऊ शहर में आता है। अधिकारी बनने की उच्च आकांक्षाएं, अपने शिष्टाचार में मामूली देसीपन, वह कॉलेज के आसपास अपने तरीके से संघर्ष करता है। शहर और कॉलेज उसका
![देहाती लड़के](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fdehaatiildddhke_%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25AD%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%2580%25E0%25A4%25AF_1679329421034.jpg&w=256&q=75)
देहाती लड़के
यह एक ग्रामीण इलाके के लड़के रजत की कहानी है, जो गांव के स्कूल से पढ़कर अपनी उच्च शिक्षा के लिए लखनऊ शहर में आता है। अधिकारी बनने की उच्च आकांक्षाएं, अपने शिष्टाचार में मामूली देसीपन, वह कॉलेज के आसपास अपने तरीके से संघर्ष करता है। शहर और कॉलेज उसका
![चौरासी 84](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fcauraasii84_%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B8_10085904_1651650493170.jpg&w=384&q=75)
चौरासी 84
‘चौरासी’ नामक यह उपन्यास सन 1984 के सिख दंगों से प्रभावित एक प्रेम कहानी है। यह कथा नायक ऋषि के एक सिख परिवार को दंगों से बचाते हुए स्वयं दंगाई हो जाने की कहानी है। यह अमानवीय मूल्यों पर मानवीय मूल्यों के विजय की कहानी है। यह टूटती परिस्थियों मे भी प
![चौरासी 84](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fcauraasii84_%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%25A4%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B8_10085904_1651650493170.jpg&w=256&q=75)
चौरासी 84
‘चौरासी’ नामक यह उपन्यास सन 1984 के सिख दंगों से प्रभावित एक प्रेम कहानी है। यह कथा नायक ऋषि के एक सिख परिवार को दंगों से बचाते हुए स्वयं दंगाई हो जाने की कहानी है। यह अमानवीय मूल्यों पर मानवीय मूल्यों के विजय की कहानी है। यह टूटती परिस्थियों मे भी प
![रूह](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fruuh_%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25B5%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258C%25E0%25A4%25B2_1679328347505.webp&w=384&q=75)
रूह
मैं जब इस किताब को लिखने, अपनी पूरी नासमझी के साथ कश्मीर पहुँचा तो मुझे वहाँ सिर्फ़ सूखा पथरीला मैदान नज़र आया। जहाँ किसी भी तरह का लेखन संभव नहीं था। पर उन ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलते हुए मैंने जिस भी पत्थर को पलटाया उसके नीचे मुझे जीवन दिखा, नमी और
![रूह](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fruuh_%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25B5%25E0%25A4%2595%25E0%25A5%258C%25E0%25A4%25B2_1679328347505.webp&w=256&q=75)
रूह
मैं जब इस किताब को लिखने, अपनी पूरी नासमझी के साथ कश्मीर पहुँचा तो मुझे वहाँ सिर्फ़ सूखा पथरीला मैदान नज़र आया। जहाँ किसी भी तरह का लेखन संभव नहीं था। पर उन ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलते हुए मैंने जिस भी पत्थर को पलटाया उसके नीचे मुझे जीवन दिखा, नमी और
![लहरतारा](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Flhrtaaraa_%25E0%25A4%25B5%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%259A%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A1%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25AF_1679941406073.jpg&w=384&q=75)
लहरतारा
बनारस के एक छोटे से मोहल्ले में बड़ा होता एक लड़का घर के माहौल से ऊब कर संतों की संगति में बैठने लगता है और दुनिया देखने का उसका नज़रिया बदलने लगता है। वो बड़ा होकर लेखक बनना चाहता है और इस सपने को जीते हुए वह बचपन की दोस्तियों और जवानी के प्यार से रूबरू
![लहरतारा](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Flhrtaaraa_%25E0%25A4%25B5%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25AE%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%259A%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2582%25E0%25A4%25A1%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25AF_1679941406073.jpg&w=256&q=75)
लहरतारा
बनारस के एक छोटे से मोहल्ले में बड़ा होता एक लड़का घर के माहौल से ऊब कर संतों की संगति में बैठने लगता है और दुनिया देखने का उसका नज़रिया बदलने लगता है। वो बड़ा होकर लेखक बनना चाहता है और इस सपने को जीते हुए वह बचपन की दोस्तियों और जवानी के प्यार से रूबरू
![इश्क़ तिलिस्म](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fishk%2527tilism_%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%2582%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2589%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A7%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25AF_1679500609688.jpg&w=384&q=75)
इश्क़ तिलिस्म
यह कहानी है तिलिसमपूर की इतराँ की, जिसके बदन में चिट्ठियाँ बहती थीं। उसकी ज़िंदगी में अद्भुत शहर हैं, दिलकश लोग हैं, और इतनी मुहब्बत है जो जन्म-पार, कई आयामों तक उसका हाथ थामे चलती है। इतराँ को लगता है कि इश्क़ वो निर्णायक बिंदु है जिससे तय होता है क
![इश्क़ तिलिस्म](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fishk%2527tilism_%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%2582%25E0%25A4%259C%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%2589%25E0%25A4%25AA%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A7%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25AF_1679500609688.jpg&w=256&q=75)
इश्क़ तिलिस्म
यह कहानी है तिलिसमपूर की इतराँ की, जिसके बदन में चिट्ठियाँ बहती थीं। उसकी ज़िंदगी में अद्भुत शहर हैं, दिलकश लोग हैं, और इतनी मुहब्बत है जो जन्म-पार, कई आयामों तक उसका हाथ थामे चलती है। इतराँ को लगता है कि इश्क़ वो निर्णायक बिंदु है जिससे तय होता है क
![मुसाफ़िर Cafe](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2FmusaafirCafe_%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25AC%25E0%25A5%2587_10085858_1651563851320.jpg&w=384&q=75)
मुसाफ़िर Cafe
हम सभी की जिंदगी में एक लिस्ट होती है। हमारे सपनों की लिस्ट, छोटी-मोटी खुशियों की लिस्ट। सुधा की जिंदगी में भी एक ऐसी ही लिस्ट थी। हम सभी अपनी सपनों की लिस्ट को पूरा करते-करते लाइफ गुज़ार देते हैं। जब सुधा अपनी लिस्ट पूरी करते हुए लाइफ़ की तरफ़ पहुँच
![मुसाफ़िर Cafe](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2FmusaafirCafe_%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25AC%25E0%25A5%2587_10085858_1651563851320.jpg&w=256&q=75)
मुसाफ़िर Cafe
हम सभी की जिंदगी में एक लिस्ट होती है। हमारे सपनों की लिस्ट, छोटी-मोटी खुशियों की लिस्ट। सुधा की जिंदगी में भी एक ऐसी ही लिस्ट थी। हम सभी अपनी सपनों की लिस्ट को पूरा करते-करते लाइफ गुज़ार देते हैं। जब सुधा अपनी लिस्ट पूरी करते हुए लाइफ़ की तरफ़ पहुँच
![यूपी 65](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fyuupii65_%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2596%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%259A%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A8_10085913_1651664356401.jpg&w=384&q=75)
यूपी 65
उपन्यास की पृष्ठभूमि में आइआइटी बीएचयू (IIT BHU) और बनारस है, वहाँ की मस्ती है, बीएचयू के विद्यार्थी, अध्यापक और उनका औघड़पन है। समकालीन परिवेश में बुनी कथा एक इंजीनियर के इश्क़, शिक्षा-व्यवस्था से उसके मोहभंग और अपनी राह ख़ुद बनाने का ताना-बाना बुनत
![यूपी 65](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fyuupii65_%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2596%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%259A%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A8_10085913_1651664356401.jpg&w=256&q=75)
यूपी 65
उपन्यास की पृष्ठभूमि में आइआइटी बीएचयू (IIT BHU) और बनारस है, वहाँ की मस्ती है, बीएचयू के विद्यार्थी, अध्यापक और उनका औघड़पन है। समकालीन परिवेश में बुनी कथा एक इंजीनियर के इश्क़, शिक्षा-व्यवस्था से उसके मोहभंग और अपनी राह ख़ुद बनाने का ताना-बाना बुनत
![शर्तें लागू](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2FshrteNlaaguu_%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25AC%25E0%25A5%2587_10085859_1651565709459.jpg&w=384&q=75)
शर्तें लागू
आप कह सकते हैं कि 'शर्तें लागू' नई वाली हिंदी की पहली किताब है। इस किताब में आपके स्कूल में पढ़ने वाली वह लड़की है जिसके बारे में सब बातें बनाते थे। मोहल्ले के वह भइया हैं जो कुछ भी हो जाता था तो कहते थे टेंशन मत लो यार सब सही हो जाएगा। वे अंकल हैं ज
![शर्तें लागू](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2FshrteNlaaguu_%25E0%25A4%25A6%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B5%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AA%25E0%25A5%258D%25E0%25A4%25B0%25E0%25A4%2595%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25B6%25E0%25A4%25A6%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25AC%25E0%25A5%2587_10085859_1651565709459.jpg&w=256&q=75)
शर्तें लागू
आप कह सकते हैं कि 'शर्तें लागू' नई वाली हिंदी की पहली किताब है। इस किताब में आपके स्कूल में पढ़ने वाली वह लड़की है जिसके बारे में सब बातें बनाते थे। मोहल्ले के वह भइया हैं जो कुछ भी हो जाता था तो कहते थे टेंशन मत लो यार सब सही हो जाएगा। वे अंकल हैं ज
![नमक स्वादानुसार](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fnmksvaadaanusaar_%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2596%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%259A%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A8_10085914_1651665752584.jpg&w=384&q=75)
नमक स्वादानुसार
यह हिन्दी में लिखी गई 9 लघु कथाओं का संग्रह है। यह लेखक के जीवन और उसके आसपास के उदाहरणों, स्थानों और लोगों से बहुत अधिक प्रेरित है। कहानियाँ गहरी कल्पनाओं से लेकर बचपन की कहानियों तक हैं और एक दूसरे से कथात्मक और वैचारिक रूप से अद्वितीय हैं। लोग अपन
![नमक स्वादानुसार](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fshabd.s3.us-east-2.amazonaws.com%2Fbooks%2Fnmksvaadaanusaar_%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%2596%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%25B8%25E0%25A4%259A%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25A8_10085914_1651665752584.jpg&w=256&q=75)
नमक स्वादानुसार
यह हिन्दी में लिखी गई 9 लघु कथाओं का संग्रह है। यह लेखक के जीवन और उसके आसपास के उदाहरणों, स्थानों और लोगों से बहुत अधिक प्रेरित है। कहानियाँ गहरी कल्पनाओं से लेकर बचपन की कहानियों तक हैं और एक दूसरे से कथात्मक और वैचारिक रूप से अद्वितीय हैं। लोग अपन