उम्र का अंतर
चारदीवारी के सहारे पड़ा वो छत,बहुत सारे राज दिल में लेता है रख।हम वैसे तो किराएदार है या यूं कह सकते है बंजारा, तो ये बात तो मामुलन है कि हमारा अपना कोई घर या अपनी कोई छत नहीं पर जहां जहां हमने वास किया है अर्थात् जिस जिस घर में हम रहें है, उन सभी छतों की यादें इस दिल