चाँद का टुकड़ा
0.0(0)
57 फ़ॉलोअर्स
30 किताबें
🌹चेहरा उसका चाँद का टूकड़ा हो जैसे ....🌹❤️भौवे उसकी ! हमेशा बल दिये गये हो जैसे ....❤️🌷आँख उसकी कमल के फूल हो जैसे ...🌷🧚🏻♂️नाक उसकी पतली सुतवा हो जैसे ....🧚🏻♂️🌹होठ उसके अधखिले गुलाब के फुल
माथे पे वो तेज ...भृकुटी तनी हुई ...आँखों में रौब ...बुलंद आवाज ...चाल मस्तानी सी ...चले जब तो लोग उसे ही देखते है ...ऐसी है वो लड़की ...✍🏻 रिया सिंह सिकरवार " अनामिका " ( बिहार )
😘😚😍😊🌞सूरज की पहली किरण के जैसेगालों पे उसके लाली आयेजब जब वो मुझसे शरमाये🤗😚😘आँखे झुका कर और पलके उठाकर ..बात करने की उसकी वो तहजीब .. हाय !मेरा दिल बेतहाशा धड़कता जाय
सागर के जैसे गहरी आँखें ..👁️जिसमे मै डूबना चाहूँ ..कोयल के जैसे मिठी आवाज ...🎶जिसे मै सुनना चाहूँ ...गुलाब के पंखुडियों जैसे होठ ...💋जिसे मैं चुमना चाहूँ ...मुखड़ा हो जैसे चाँद का टुकड़ा ...🌝🌙जिस
यूँ ना मुझसे नजरे चुराया करो ,☺️मैं तो तुम्हारा हूँ !मुझसे शर्मानाया ना करो ।🤭यूँ तो दुनियाँ में बहुतो को देखा ,मगर तुझ सा हँसीन कहीं देखा नहीं ।🌹तू हँसे तो दिल में कलियाँ खिले जाये ,तू देखे तो दिल