shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

मेरे गांव की दो सखी

Dev Rishi

3 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
7 पाठक
निःशुल्क

दो बहन की कहानी ,उसके व्यक्तित्व से लेकर, उसकी जिन्दगी के हर पहलू को देखने को मिलेगी, साथ ही साथ आप लोग को इस कहानी में अलग अलग किरदार जो आप लोगों को मन मोह लेंगे। तो पढ़ते रहिए ... मेरे गांव की दो सखी.. 

mere gaanv ki do sakhi

0.0(1)


बहुत प्रशंसनीय व बांधकर रखने वाली कहानी है आपकी 💯💯💯👍👍🙏

पुस्तक के भाग

1

मेरे गांव की दो सखी

21 दिसम्बर 2023
5
2
6

मित्रता, गांव में आज भी जिंदा है...... बिहार के एक छोटे से गांव रामपुर था इस मिट्टी ने दो सखी को जन्म दिया । सरस्वती और अंजलि एक दुसरे की जान थी। गांव के हर मुहल्ले और चौंक पर कोई नाम था तो इन दोनो

2

मेरे गांव की दो सखी

21 दिसम्बर 2023
2
2
2

भाग -2अंजलि के पापा मनोज यादव अपने ही गांव के चौक पर मिठाई की दुकान खोल रखे थे ।बहुत ही विनम्र सीधा साधा आदमी हैं पुजा पाठ करने वाले व्यक्ति हैं। हनुमान जी के परमभक्त कह सकते हैं,।इनके दुकान में

3

मेरे गांव की दो सखी

21 दिसम्बर 2023
0
0
0

भाग -3गीता जी सब्जी काटकर चुलहे में लकड़ी देते हुए बोली , अगर तुम दोनों महारानी का गप्प हो गई है तो जरा सरस्वती आटा गूंथ लें। मेरा मन नहीं है मां तुम ही गूंथ लेना तब तक हम दोनों घुमकर आते हैं। गी

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए