बच्चो मैं तुम्हारा पापा हूँ . आप सभी मेरे बचे हो .अगर तुम्हे कोई भी दिक्कत हो मुझे बताओ .साड़ी दिक्कत को ख़तम कर दूंगा रेगार्ड्स तुम्हारा बाप पोपटलाल
जीवन शैली में बदलाव जरूरी वरना पालकों को परिणाम भोगना होगा! विश्व आज विकट परिस्थियों से जूझ रहा है. कोराना महामारी से लेकर भूकंप, बाढ और अपराध की बढ़ती हुई घटनाओं ने इससे निपटने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी कुदरत ने अभिभावकों पर डाल दी है .आज अगर उन्होंने अपने बच्चों में आ
"मुक्तकाव्य"वो जाग रहा हैहमारी सुखनिद्रा के लिएअमन चैन के लिएसीमा की चौहद्दी के लिएऔर आप! अपनी ही जुगलबंदी अलाप रहें हैंनिकलिए बाहर और देखिए सूरज अपनी जगह पर हैचाँद! अपनी रोशनी से नहला रहा हैबर्फ की चादरों पर वीर सैनिक गुनगुना रहा हैकश्मीर से कन्याकुमारी तक आवाज जा रही हैजय हिंद की हुंकार से पड़ोसी ब
बल बुद्धि निधान राम को समर्पित वीर हनुमान ( साहित्यक लेख ) डॉ शोभा भारद्वाज अनेक बाधाओं को पार कर श्री हनुमान लंकापहुंचे लेकिन नगर में प्रवेश कैसे करें ?वह एक ऊँचे घने वृक्ष की छाया में घुटनोंके बल बैठे थे उन्होंने हाथ जोड़ कर कहा मेरा श्री राम में अटूट विश्वास है वहीमुझे मार्ग दिखलायेंगे |साम
हमारे देश में इस ऐसी क्रान्ति आयी है जिसमें वन को काटा जा रहा है लोग वन को झाली कहते हैं पक तनिक नहीं सोचते कि इसको काटने के बाद क्या होगा क्या श्वास लेंगे किसके छाये में बैठेंगे उन्हें तो सिर्फ शो बाजी से मतलब है ये सब उनकी समझ से बाहर है उन्हें इस बात को समझना होगा