आम नागरिक की जीवनी के साथ ही उनके कार्य और दिनचर्या के वो किस्से जिनसे ना केवल अपनी तारीफ बल्कि उन सभी कर्तव्य जो एक आम इंसान में होते हो
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आज सुबह सो के उठी रोज़ की तरह 5:30 am बहुत ठंड थी,रज़ाई से निकलने की हिम्मत नहीं हुई | इनका टिफ़न नाश्ता सब बनाना था| गीज़र, मोटर चलाना था, सुबह उठे तो सबको गर्म पानी चाहिए | लेटे-लेटे सोंच रही थी कि क
राकेश कुमार पंवार चानी बचपन की रेलगाड़ी आज विदेशियो की सवारी गाड़ी को राजस्थान ले जाने के लिए कोई ड्राईवर नही मिल रहे थे क्योंकि आधे से ज्यादा छुट्टी पर थे बाकी जो थे वे नई भर्ती मे आने की वजह
मेरी बहू मेरा अभिमान ❤️*शादी के लिऐ लड़की देखने गई मैंने समधन(लड़की की मां) से कहा, देखिए सुयश मेरा एकलौता बेटा है, जैसा नाम वैसा गुण । जब जब मैं दूसरा बच्चा न होने के लिए उदास होती तो विशाल मेर